एशियाई कप 2027 की मेजबानी से अपनी बोली वापस लेगा भारत
नयी दिल्ली, 05 दिसंबर : अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की कार्यकारी समिति ने एएफसी एशियाई कप 2027 की मेजबानी के लिये अपनी बोली वापस लेने का फैसला किया है। एआईएफएफ ने सोमवार को यह जानकारी दी।
कार्यकारी समिति ने यहां जारी बयान में कहा कि महासंघ की रणनीतिक योजनाओं के अनुसार बड़े आयोजनों की मेज़बानी उसकी प्राथमिकताओं में शामिल नहीं है।
बयान में कहा गया, “एएफसी एशियाई कप 2027 जैसे बड़े आयोजनों की मेजबानी से पहले हमारा ध्यान देश में उचित फुटबॉल संरचना की बुनियाद खड़ी करने पर केंद्रित है।”
एआईएफएफ के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कहा, “भारत हमेशा बड़े टूर्नामेंटों के लिये एक अद्भुत और कुशल मेजबान रहा है, जिसका प्रदर्शन हाल ही में संपन्न फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप में हुआ था। कार्यकारी समिति ने फैसला किया है कि महासंघ की रणनीति वर्तमान में जमीनी स्तर से लेकर युवा विकास तक हर स्तर पर फुटबॉल को मजबूत करने के मौलिक लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने पर बनी हुई है। ”
उन्होंने कहा, “ साथ ही हमें अपने हितधारकों, विशेष रूप से राज्य संघों को भी मजबूत करना चाहिये और घरेलू स्तर पर फुटबॉल के हर पहलू में बदलाव लाने के लिये क्लबों के साथ मिलकर काम करना चाहिये। इस महीने के अंत में रोडमैप की घोषणा होने पर ऐसे सभी पहलुओं को सही मायने में लागू किया जायेगा। ”
उल्लेखनीय है कि एआईएफएफ इस माह के अंत तक अपने रणनीतिक रोडमैप की घोषणा करेगा।
एआईएफएफ के महासचिव डॉ. शाजी प्रभाकरन ने कहा, “हमारी रणनीति बहुत आसान है। प्रमुख अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने की योजना बनाने से पहले हमें प्राथमिकता के आधार पर खेल को विकसित करने पर ध्यान देना चाहिये। प्रतियोगिताओं की मेजबानी के लिये बड़े संसाधनों की आवश्यकता होती है और यह कभी-कभी प्रमुख मुद्दों को हमारा ध्यान भटकाने की प्रवृत्ति को प्रोत्साहित करती है। अभी हमारा ध्यान भारतीय फुटबॉल को एक साथ आगे ले जाने पर होना चाहिये।”
भारत के बोली वापस लेने का अर्थ है कि एएफसी एशियाई कप 2027 की मेजबानी सऊदी अरब को सौंपी जायेगी।