फाइंडिंग गट्टू के अंग्रेज़ी संस्करण का विमोचन
अहमदाबाद 12 फरवरी : गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने रविवार को अहमदाबाद में प्रसिद्ध गुजराती लेखक तथा ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता पन्नालाल पटेल की आत्मकथा फाइंडिंग गट्टू के अंग्रेज़ी संस्करण का विमोचन किया।
श्री पटेल ने इस पुस्तक के विमोचन के अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्रभाई मोदी के कुशल नेतृत्व में साहित्यकारों, कलाकारों और कला को हमेशा प्रोत्साहन मिला है जो लोग प्रयास करते है और आगे आने के लिए तत्पर है उनके साथ खड़े रहने के लिए तथा उन्हें आवश्यक मंच प्रदान करने के लिए राज्य सरकार भी प्रतिबद्ध है। यह पुस्तक पन्नालाल पटेल की नातिन नताशा पटेल नेमा द्वारा लिखित गुजराती आत्मकथा का अंग्रेज़ी रूपांतरण है।
मुख्यमंत्री ने श्री पन्नालाल पटेल के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि राज्य को ज्ञानपीठ पुरस्कार दिलाने वाले पन्नालाल पटेल का व्यक्तित्व वास्तव में अनूठा है। उन्होंने कहा कि पन्नालाल जी का गौरवशाली व्यक्तित्व तथा जीवन सफर की कहानी आज की युवा पीढ़ी तक पहुँचे इस हेतु उनकी गुजराती आत्मकथा को अंग्रेज़ी में नए दृष्टिकोण के साथ पेश करने के लिए लेखिका- अनुवादक सुश्री नताशाबेन बधाई की पात्र हैं।
इस पुस्तक के विमोचन के अवसर पर लेखिका सुश्री नताशा पटेल नेमा ने कहा कि अपने नाना की आत्मकथा जिंदगी संजीवनी पढ़ने के बाद पन्नालाल पटेल के जीवन की अनजानी कहानियों को अंग्रेज़ी में आज की युवा पीढ़ी तक पहुंचाने का विचार उनके मन में आया और उन्होंने इस पुस्तक को तैयार किया। नताशा पटेल नेमा ने कहा कि उनके नाना जी का घर के कार्य करने से लेकर ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त करने तक का सफर सही मायने में युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने आगे कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी का जीवन भी बचपन में संघर्ष से भरा था और उनकी कड़ी मेहनत का ही नतीजा है की वह आज देश के प्रधानमंत्री हैं।
इस पुस्तक के विमोचन के अवसर पर गुजरात साहित्य अकादमी के अध्यक्ष भाग्येश झा ने कहा कि इस पुस्तक में लेखिका के विचारों तथा श्री पन्नालाल पटेल के जीवन की प्रामाणिकता तथा पारदर्शिता का चित्रण किया गया है। इस पुस्तक में लेखिका ने पन्नालाल पटेल के जीवन प्रसंगों, उनके जीवन के विभिन्न पात्रों सहित उनके मित्रों और मार्गदर्शकों का अनोखे ढंग से वर्णन किया है।
श्री झा ने पन्नालाल पटेल के जीवन के बारे में बताते हुए कहा कि राज्य को ज्ञानपीठ जैसा बहुमूल्य पुरस्कार दिलाने वाले श्री पन्नालाल पटेल की रचनाओं में जनसामान्य की बात को प्रमुखता के साथ अलग अंदाज़ से से वर्णित किया गया है। जवेरचंद मेघाणी, सुंदरम, उमाशंकर जोशी तथा रा.वी. पाठक जैसे गुजरात के गौरव समान साहित्यकारों के साथ श्री पन्नालाल पटेल के संबंध बहुत घनिष्ठ थे। उन्होंने कहा कि उस समय ये सभी लेखक श्री पन्नालाल पटेल के मित्र और मार्गदर्शक थे। इस पुस्तक के विमोचन के अवसर पर पन्नालाल पटेल के परिवार के सदस्य अरविन्दभाई पटेल एवं मनीषा लवकुमार तथा नरोडा विधायक डॉ. पायल कुकरानी सहित अन्य साहित्य प्रेमी उपस्थित रहे।