नागालैंड में 83 प्रतिशत से अधिक मतदान
कोहिमा, 27 फरवरी : नागालैंड की 59 विधानसभा सीटों पर आज हुए मतदान में 83 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए 183 उम्मीदवारों का चुनावी भाग्य इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में बंद कर दिया।
राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी वी शंशाक शेखर ने आज रात संवाददाताओं को बताया कि मतदाताओं ने शाम चार बजे तक मतदान किया तथा राज्य के 2315 मतदान केन्द्रों पर भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शांतिपूर्वक सम्पन्न हुआ। मतदान प्रतिशत 83़ 36 रहा।
उन्होंने मतदान प्रतिशत के बढ़ने की उम्मीद जताई है। राज्य के कुछ जिलों में हिंसा की छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्वक सम्पन्न हुआ। राज्य में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 83़ 85 प्रतिशत रहा था।
चुनाव अधिकारी ने बताया कि चुनाव के दौरान मुकोकचुंग , वोखा , मोन , जून हे वोटो और त्सेमिन्यु जिलों में मतदान के दौरान छिटपुट हिंसा हुई। उन्होंने बताया कि वोखा जिले के भंडारी निर्वाचन क्षेत्र के अकाक में दो दलों के समर्थकों के बीच पथराव और गोलीबारी होने से तीन लोग घायल हुए। मोन में दो सुरक्षा कर्मियों सहित पांच लोग घायल हो गए। पुलिस के अनुसार स्थिति पर बहुत जल्द नियंत्रण प्राप्त कर लिया गया और कुछ देर स्थगित रहने के बाद मतदान फिर से शुरू हो गया।
सुचारू और निष्पक्ष मतदान के लिए मतदान केंद्रों पर विभिन्न सुरक्षा बलों की 305 कंपनियों को तैनात किया गया।
लगातार सातवीं बार चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री एम. नेफियू रियो ने आशा व्यक्त की कि नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) गठबंधन भारी जीत के साथ सत्ता में वापसी करेगा। मुख्यमंत्री ने मतदाताओं, विशेष रूप से युवाओं से लोकतंत्र के उत्सव में शामिल होने की अपील की, जो पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नागालैंड के लोग नागा मुद्दे का समाधान, स्थायी शांति और विकास चाहते हैं।
श्री शेखर ने बताया कि छह लाख 55 हजार 144 महिला मतदाताओं सहित लगभग 13.16 लाख मतदाताओं ने 183 उम्मीदवारों के चुनावी भविष्य को ईवीएम में बंद कर दिया है। जिनमें चार महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं।
पूर्वोत्तर राज्यों नागालैंड , मेघायल और त्रिपुरा विधानसभा चुनावों की मतगणना दो मार्च को होगी।