दो हजार रुपये के नोट को सितंबर तक जमा कराने की समय सीमा का कोई कारण नहीं:अजीत पवार
मुंबई, 23 मई: महाराष्ट्र में विपक्ष के नेता अजीत पवार ने मंगलवार को केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि दो हजार रुपये के नोटों बैंकों में जमा कराने के लिए सितंबर तक की समय सीमा देने का कोई कारण नहीं है।
श्री पवार ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ”वास्तव में, 2000 रुपये के नोट उन लोगों के पास हैं जो बड़े वित्तीय लेनदेन करते हैं। आम गरीबों के पास ये नोट नहीं थे। पिछले दो वर्षों से ये नोट बैंकों में भी उपलब्ध नहीं थे। तब वे 2000 रुपये के नोट छापकर और काले धन की जमाखोरी करने वालों से काला धन बाहर निकालना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा, मैंने आज सुबह एक खबर पढ़ी कि साढ़े चार हजार करोड़ रुपए हवाला के जरिए बाहर गए। श्री पवार ने यह भी पूछा है कि इस तरह के आंकड़े सुनने के बाद नोटबंदी का कारण क्या है।
उन्होंने कहा कि 19 मई को 2000 रुपए के नोटों को बंद करने का फैसला लिया गया था। यह फैसला लेते समय कहा गया था कि ये नोट 30 सितंबर तक वैध रहेंगे। उन्होंने कहा कि जिस दिन प्रधानमंत्री ने 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोटों को बंद करने की घोषणा की और ये नोट कागज के टुकड़े बन गए। उसी तरह से दो हजार रुपये के नोट को बंद किया जा सकता था और काले धन को मुद्रा में घूमने से बचाया जा सकता था।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी के दौरान लोगों कतारों में खड़ा होना पड़ा और मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ी। लेकिन 2000 रुपए के नोट को उसी दिन बंद कर देना चाहिए था। इसके लिए चार महीने का समय देने का मतलब नहीं है।
श्री पवार ने कहा,“ हमारे मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के अधिकारी के कहने पर एक स्पष्ट रुख देने की कोशिश की। लेकिन उस समय श्री मलिक को झूठ बोलते हुए दिखाया गया था या वह जानबूझकर ऐसा कर रहे थे लेकिन आज केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) उन्हीं आरोपों की जांच कर रही है ताकि यह दिखाया जा सके कि अधिकारी बहुत ही गंभीर हैं। लेकिन अब सीबीआई ने जनता के सामने सच्चाई लाई है।”
उन्होंने कहा कि एनसीबी के पूर्व अंचल अधिकारी समीर वानखेड़े को बॉम्बे हाईकोर्ट ने अस्थायी राहत दी है और साक्ष्य साझा नहीं करने का आदेश दिया। श्री वानखेड़े पर आर्यन खान मामले में फिल्म अभिनेता शाहरुख खान से कुछ रकम मांगने का आरोप है। सीबीआई ने आरोपपत्र में इसका जिक्र किया है।
श्री पवार ने यह भी स्पष्ट किया कि सीबीआई अब इसकी जांच कर रही है।