उत्तर प्रदेश

शिक्षा के बिना मानव जीवन अधूरा : राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान

जौनपुर, 01 नवंबर : केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का मुख्य उद्देश्य ही शिक्षा और सीखने पर ध्यान केंद्रित करना और भारत को ज्ञान के क्षेत्र में एक वैश्विक महाशक्ति बनाना है।

राज्यपाल ने मंगलवार को बाबतपुर से बदलापुर महोत्सव में शामिल होने के लिये जाते समय जौनपुर डाक बंगले में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का लक्ष्य 2040 तक एक कुशल शिक्षा प्रणाली बनाना है। जिसमें सभी शिक्षार्थियों की सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा तक समान पहुंच हो। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य एक नई प्रणाली का निर्माण करना है जो भारत की परंपराओं और मूल्यों को अपने अंदर समाहित करते हुए विश्वगुरु बनने का मार्ग प्रशस्त करे।

उन्होंने कहा कि भारत का पुनः गौरव स्थापित करने के लिए नई शिक्षा नीति में भारत के सांस्कृतिक इतिहास, वैज्ञानिक नवाचार इत्यादि आयामों पर विशेष बल दिया गया है। उन्होंने कहा कि बिना शिक्षा के मनुष्य का जीवन ही अधूरा रहता है। राज्यपाल ने कहा कि आज के तकनीकी युग में तकनीक आधारित पूंजी का निर्माण होता है। आज जिसके पास तकनीकि है, वही पूंजीपति है। नई शिक्षा नीति जन-जन को तकनीकी ज्ञान एवं अपनी संस्कृति का ज्ञान देने के लिए लाई गई है।

उन्होंने गुरुदेव रविंद्र नाथ टैगोर के द्वारा कही गई बातों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत को सच्ची स्वतंत्रता तभी प्राप्त होगी, जब भारत की बुनियाद पूर्ण रूप से शिक्षा पर आधारित हो जाए। उन्होंने कहा कि भारत ज्ञान, शिक्षा और प्रज्ञा का केंद्र है। उन्होंने कहा कि हमें सम्मानजनक स्थान प्राप्त करने के लिए शिक्षित होना बहुत जरूरी है। स्वामी रंगनाथन के द्वारा कही गई बातों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, “लोग कहते हैं कि जिसके पास सरस्वती रहती हैं, वहां लक्ष्मी नहीं जाती, मगर रंगनाथन ने इसे बिल्कुल गलत बात बताया है। वह कहते थे कि जहां सरस्वती रहेगी वहां लक्ष्मी जी अपने आप आ जाएंगी।” उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भी कहा है कि अगर शिक्षित व्यक्ति अपनी शिक्षा का उपयोग किसी को शिक्षित करने में नहीं करता है तो उसे अगर गद्दार की संज्ञा दी जाए तो गलत नहीं होगा।

जौनपुर डाक बंगले पर पहुंचने पर राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को गार्ड आफ ऑनर दिया गया। इसके पश्चात महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्य मंत्री एवं महाराष्ट्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष कृपाशंकर सिंह और जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा सहित विभिन स्थानीय नेताओं एवं अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार गिरीश चंद यादव भी उपस्थित थे।

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