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एडब्ल्यूएस पर उच्च शिक्षा के शासन में परिवर्तन के लिए समर्थ ईगॉव का गठन

नयी दिल्ली 09 सितंबर,: ऑनलाइन मार्केटप्लेस एमेज़ॉनडॉटकॉम की कंपनी एमेज़ॉन वेब सर्विसेज़ इंक ने आज घोषणा की कि दिल्ली विश्वविद्यालय भारत के विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों (एचईआई) को ओपन सोर्स, सुरक्षित, स्केलेबल और मजबूत प्रोसेस ऑटोमेशन ई-गवर्नेंस प्लेटफॉर्म समर्थ ईगॉव को अपनाने में सक्षम बनाने के लिए एमेज़ॉन वेब सर्विसेज़ (एडब्ल्यूएस) का उपयोग कर रहा है।

कंपनी ने आज यहां कहा कि समर्थ ईगॉव के संग्रह में 40 से ज्यादा सॉफ्टवेयर मॉड्यूल हैं, जो शैक्षणिक, प्रशासन, विद्यार्थी सेवाओं, मानव संसाधन, शासन, लेखा, एवं वित्त से संबंधित हैं और भारत में केंद्रीय व राजकीय विश्वविद्यालयों, एचईआई एवं प्रीमियर टेक्निकल संस्थानों को क्लाउड-बेस्ड सेवाएं प्रदान करते हैं। इस संग्रह द्वारा विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों को एक ऑटोमेशन इंजन प्राप्त होता है, जो उन्हें पेपर पर आधारित और पारंपरिक थर्ड पार्टी एंटरप्राईज़ रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) सिस्टम्स से ज्यादा सुरक्षित, भरोसेमंद, और स्केलेबल प्लेटफॉर्म में माईग्रेट करता है, जो डिजिटल प्रक्रियाओं और वर्कफ्लो को स्टैंडर्डाईज़ कर ऑटोमेट कर देता है। एमेज़ॉन वेब सर्विसेज़ का इस्तेमाल कर समर्थ ईगॉव शैक्षणिक संस्थानों को शैक्षणिक सेवाओं की गति व गुणवत्ता बढ़ाने में मदद करता है, ताकि वो विद्यार्थियों, फैकल्टी और स्टाफ को ज्यादा भरोसेमंद अनुभव प्रदान कर सकें। समर्थ ईगॉव के देश में बढ़ते एडॉप्शन के साथ शैक्षणिक संस्थान अब शिक्षा नीति में हुए बदलावों और बाजार की मांगों के अनुरूप ज्यादा तेजी से ढलने में समर्थ बन गए हैं।

समर्थ ईगॉव को भारत में 200 से ज्यादा विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों, 40 से ज्यादा केंद्रीय और राजकीय विश्वविद्यालयों तथा 100 से ज्यादा महाविद्यालयों द्वारा अपनाया जा चुका है। समर्थ ईगॉव एमेज़ॉन वेब सर्विसेज़ की मजबूत उपलब्धता, स्केलेबिलिटी, गति, तीव्रता, सुरक्षा और लचीलेपन का उपयोग पूरे देश में 7.6 मिलियन से ज्यादा विद्यार्थियों के प्रवेश के आवेदनों को प्रोसेस करने, 600,000 से ज्यादा फैकल्टी और स्टाफ भर्ती के आवेदनों को संभालने, और 7.5 मिलियन से ज्यादा विद्यार्थियों के रिकॉर्ड का प्रबंधन करने के लिए करता है। समर्थ ईगॉव के एडॉप्शन का अगला चरण 2023 तक 500 से ज्यादा उच्च शिक्षण संस्थानों तक पहुँचने की उम्मीद है।

दिल्ली विश्वविद्यालय, साउथ कैंपस के संयुक्त निदेशक प्रोफेसर संजीव सिंह ने कहा, ‘‘शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा बदलाव हो रहा है, और यह साफ हो चुका है कि भविष्य में हमें शैक्षणिक संस्थानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक पर्पज़-बिल्ट, नीति-आधारित एवं एडैप्टेबल प्लेटफॉर्म की जरूरत होगी। समर्थ ईगॉव का विकास एक ओपन-सोर्स, अत्यधिक लचीले, इंटरकनेक्टेड, सुरक्षित, और स्केलेबल प्लेटफॉर्म के रूप में किया गया है, जो एमेज़ॉन वेब सर्विसेज़ पर क्लाउड-फर्स्ट दृष्टिकोण के साथ सॉफ्टवेयर-एज़-ए-सर्विस मॉडल के रूप में प्रदान किया जाएगा। यह भारत में विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा के संस्थानों की विकसित होती एवं विस्तृत मांगों को पूरा कर सकता है, फिर चाहे वो किसी भी राज्य में हों या इंटरफेस के लिए किसी भी भाषा का इस्तेमाल करते हों।’’
उन्होंने कहा कि एडब्लूएस द्वारा प्रस्तुत विश्वसनीयता, स्केलेबिलिटी, और सुरक्षा ने हमें अपना उद्देश्य पूरा करने के लिए समर्थ ईगॉव का निर्माण करने और पूरे देश के उच्च शिक्षा के संस्थानों एवं विद्यार्थियों को सशक्त बनाने के लिए इसका विस्तार करने में समर्थ बनाया।

एसआईएसपीएल , एडब्ल्यूएस के भारत और दक्षिण एशिया के क्षेत्रीय प्रमुख राहुल शर्मा ने कहा, ‘‘महामारी के बाद भारत में शिक्षा का क्षेत्र अनुकूलित हो रहा है, तथा विद्यार्थियों की अपेक्षाएं बढ़ रही एवं बदल रही हैं। विद्यार्थियों, प्रशासन, और फैकल्टी के बीच व्यवहार तेजी से डिजिटल होने की उम्मीद है। हम दिल्ली विश्वविद्यालय को समर्थ ईगॉव स्थापित करने की बधाई देते हैं। यह भारत के उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक अग्रणी पहल है और शैक्षणिक संस्थानों की आम चुनौतियों को संबोधित करती है। एडब्लूएस को समर्थ ईगॉव को क्लाउड की शक्ति प्रदान करने, और विद्यार्थियों, शिक्षाविदों, एवं प्रशासकों के लिए शैक्षणिक सेवाओं की उपलब्धता, गुणवत्ता, गति एवं अनुभव बेहतर बनाने की खुशी है।’’

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