पश्चिम बंगाल में आगामी चुनावों के लिए राजनीतिक गतिविधियों में बदलाव के बीच, कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने तृणमूल कांग्रेस के साथ चर्चा के लिए दरवाजा खोला है। इस चर्चा का मकसद भारतीय नेतृत्व की स्थिति को मजबूती से बनाए रखना है और चुनावी गठबंधन को बढ़ावा देना है। चौधरी ने बताया है कि चर्चा का मतलब किसी समझौते की बात नहीं है, बल्कि एक साथियों के साथ समर्थन और सहयोग की स्थिति की खोज करना है।
इस मामले में, कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल की 12 लोकसभा सीटों पर विचार करने का निर्णय लिया है, जिनमें पिछले चुनावों में कांग्रेस ने जीत दर्ज की हैं, साथ ही वहां मुस्लिम बहुल है। तृणमूल कांग्रेस ने पहले ही इस्तीफा दिया है कि वह बंगाल में कांग्रेस को दो सीटों से अधिक नहीं देंगे, जिससे यह साफ है कि चर्चा का उद्देश्य नए गठबंधन की बातचीत की खोज है।
अगर चर्चा सफल होती है, तो यह विपक्षी दलों के बीच एक नया संबंध बना सकता है और राजनीतिक मैदान में नई दिशा स्थापित कर सकता है। इसके बाद, पश्चिम बंगाल में चुनावी मैदान में रोमांच बढ़ सकता है, जिससे राजनीतिक दलों की गतिविधियों में नई दिशा मिल सकती है।