यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में कंबोडिया की मार्शल आर्ट
नोम पेन्ह, 30 नवंबर : कंबोडिया की पारंपरिक मार्शल आर्ट ‘कुन लबोकेटर’ को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की यूनेस्को की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया गया है।
कंबोडिया के संस्कृति और ललित कला मंत्रालय ने यह जानकारी दी है।
बयान में कहा गया है कि इसकी रूपरेखा मंगलवार को मोरक्को के रबात में अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा के लिए अंतर सरकारी समिति के 17वें सत्र के दौरान बनाया गयी थी।
बयान में कहा गया, “यह एक बड़ी सफलता है और राष्ट्र के लिए गर्व का एक नया स्रोत है, जो कि कंबोडियाई प्रधानमंत्री सैमडेच टेको हुन सेन के सुदृढ़ नेतृत्व में सरकार द्वारा किए गए उच्च प्रतिबद्धता और मजबूत प्रयासों से संभव हुआ है। सेन ने हमेशा राष्ट्रीय सांस्कृतिक विरासत और मूल्यों की रक्षा और प्रचार किया है।”
यूनेस्को की वेबसाइट पर पोस्ट की गई एक समाचार विज्ञप्ति के अनुसार, कुन लबोकेटर को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में सूचीबद्ध किया गया है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि कुन लबोकेटर पहली शताब्दी की एक मार्शल आर्ट है, जिसका उद्देश्य आत्मरक्षा तकनीकों और अहिंसा के दर्शन के माध्यम से अपने चिकित्सकों की मानसिक और शारीरिक शक्ति तथा अनुशासन को विकसित करना है।