दक्षिण अफ्रीका में बिजली की गंभीर कमी पर राष्ट्रीय ‘आपदा की स्थिति’ घोषित
केपटाउन, 10 फरवरी : दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने गुरुवार को देश में बिजली की गंभीर कमी होने पर राष्ट्रीय ‘आपदा की स्थिति’ की घोषणा करते हुए कहा कि इससे अर्थव्यवस्था और सामाजिक ताने-बाने के अस्तित्व पर खतरा उत्पन्न हो गया है।
श्री रामाफोसा ने संसद में राष्ट्र के अपने वार्षिक संबोधन में कहा, “हम एक गंभीर ऊर्जा संकट से गुजर रहे हैं। ऊर्जा संकट ने उत्तरोत्तर समाज के हर हिस्से को प्रभावित किया है। हमें किसानों, छोटे व्यवसायों, हमारे जल बुनियादी ढांचे और हमारे परिवहन नेटवर्क पर छाये संकट के बादल को छांटने के लिए काम करना चाहिए।”
सरकारी बिजली कंपनी एस्कॉम अब तक की सबसे खराब बिजली कटौती कर रही है, जिससे घरों में अंधेरा छा गया है, विनिर्माण कार्य बाधित हो रहा है और सभी तरह के व्यवसायों को नुकसान पहुंच रहा है।
इस साल बिजली कटौती से अफ्रीका के सबसे औद्योगीकृत राष्ट्र में आर्थिक विकास की दर घटकर केवल 0.3 फीसदी रहने का अनुमान है। आपदा की राष्ट्रीय स्थिति घोषित करने से सरकार को संकट से निपटने के लिए अतिरिक्त अधिकार मिलते हैं, जिसमें नौकरशाही प्रक्रिया में देरी मेंं कमी और कम निरीक्षण के साथ आपातकालीन खरीद प्रक्रियाओं की अनुमति देना शामिल है।
श्री रामफोसा ने गुरुवार को कहा कि वह संकट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए राष्ट्रपति कार्यालय के तहत बिजली मंत्री नियुक्त करेंगे। उन्होंने अगले आधे दशक में 1.5 ट्रिलियन रैंड (84.52 अरब डॉलर) के नियोजित निवेश के साथ दक्षिण अफ्रीका के स्वच्छ ऊर्जा में आंशिक रूप से दानदाता वित्तपोषित हस्तांतरण को जारी रखने का भी वचन दिया।
उन्होंने कहा कि सरकार राजकोषीय बाधाओं के बीच सबसे कमजोर लोगों के लिए लक्षित बुनियादी आय समर्थन के लिए एक तंत्र विकसित करने पर काम कर रही है।