सेना प्रमुख की नियुक्ति को मुद्दा बनाने के खिलाफ इमरान को दी चेतावनी
इस्लामाबाद 20 सितंबर : पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह खान ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सेना प्रमुख की नियुक्ति को मुद्दा नहीं बनाने की चेतावनी दी है।
मंत्री ने कहा, “यह (सेना प्रमुख की नियुक्ति) विवाद का विषय नहीं हो सकता है।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इस नियुक्ति को नियमों और संविधान के अनुसार करने के अपने कर्तव्य को पूरा करेंगे।
श्री खान ने कहा,“अगर श्री इमरान खान के किसी कार्य से नियुक्ति पर असर पड़ता है या इस आशय की धारणा बनाई जाती है, तो यह पूरी संस्था के लिए कहर बरपाएगा।”
मंत्री ने सोमवार को जियो न्यूज के एक कार्यक्रम में बोलते हुए, कहा,“अगर श्री इमरान खान मुद्दे का फायदा उठाकर मूर्खता करते हैं और अपनी सशस्त्र भीड़ के साथ इस्लामाबाद पर नियंत्रण करने की कोशिश करते हैं, तो सरकार उससे पहले की तुलना में अधिक प्रभावी ढंग से निपटेगी।”
द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार श्री राणा सनाउल्लाह ने कहा, “वह शर्मनाक तरीके से बाहर निकलेगा या पकड़ा जाएगा।” उन्होंने कहा कि अगर श्री इमरान खान और उपद्रवियों ने संघीय राजधानी में प्रवेश किया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा,“अगले सेना प्रमुख की नियुक्ति न तो कोई मुद्दा है और न ही इसे इस तरह माना जाना चाहिए।”
चकवाला में एक जनसभा को संबोधित करते हुए श्री इमरान खान ने कथित तौर पर जनता को विद्रोह के लिए उकसाया, उन्हें अज्ञात नंबरों से धमकी देने वालों को वापस धमकी देने के लिए कहा। उन्होंने कहा, “मैं पाकिस्तानियों से मूर्तियों के डर को तोड़ने के लिए कह रहा हूं, जो आपको अनजान नंबरों से कॉल करके धमका रहे हैं और आपको डरा रहे हैं, बदले में उन्हें डरा रहे हैं।”
उन्होंने दावा किया है कि चूंकि ‘मिस्टर एक्स और मिस्टर वाई’ लोगों को धमकियां दे रहे हैं, इसलिए उनके साथ भी ऐसा ही व्यवहार होना चाहिए। उन्होंने कहा,“लोगों को गुप्त नंबरों से कॉल करके भयभीत करें, और उन्हें नुकसान पहुंचाने की धमकी दें।”
पाकिस्तानी मीडिया ने कहा कि श्री खान ने श्री शरीफ का मजाक उड़ाते हुए कहा कि वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की उपस्थिति में भयभीत दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा,“उज़्बेकिस्तान में हाल ही में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के मौके पर उनकी द्विपक्षीय बैठक के दौरान श्री पुतिन की उपस्थिति में उनके (श्री शरीफ के) पैर कांप रहे थे।