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खेल जगत में राजस्थान बनेगा सिरमौर-गहलोत

जयपुर 20 अक्टूबर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेलों से राजस्थान में खिलाड़ियों के लिए सर्वश्रेष्ठ खेल माहौल तैयार हुआ है और इससे वह खेल जगत में सिरमौर बनेगा।

श्री गहलोत आज जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेल की राज्य स्तरीय प्रतिस्पर्धाओं के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन खेलो में गांवों की खेल प्रतिभाओं को ऐसे मौके मिले हैं, जिनसे वे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने परिवार, गांव-ढाणी और जिले की पहचान पूरे देश में कायम कर सकेंगे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में खेल मैदानों का विकास, संसाधनों और सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चिता हमारी मुख्य प्राथमिकता है। राज्य सरकार खिलाड़ियों की मंशा के अनुरूप ही अहम निर्णय ले रही है। इससे खिलाड़ियों में अपने सुरक्षित भविष्य को लेकर विश्वास बढ़ा है। इससे ही खेल जगत में राजस्थान सिरमौर बनेगा।

उन्होंने खिलाड़ियों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार द्वारा किसी भी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण ओलम्पिक से देश में नया इतिहास रचा गया है। इसमें हर आयु वर्ग के 30 लाख से अधिक ग्रामीणों ने मैदान में दमखम दिखाया। लगभग 10 लाख महिलाओं ने हिस्सा लेकर ऊंची उड़ान भरी है। जनसमुदाय, खेल प्रशिक्षकों और प्रशासन के आपसी समन्वय से आयोजन सफल हुआ है और राजस्थान का गौरव पूरे देश में बढ़ा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने निरोगी राजस्थान का जो सपना देखा था, वह खेल के मैदान से भी साकार हो रहा है। खेलों के जरिए शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दृष्टि से आमजन और अधिक मजबूत बना है। मैदान में खिलाड़ियों ने खेल भावना का परिचय देकर प्रेम-भाईचारे और सामाजिक सद्भाव का एक विशाल संदेश पूरे प्रदेश में दिया है।

श्री गहलोत ने कहा कि खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन में अब 26 जनवरी से राजीव गांधी शहरी ओलम्पिक का आयोजन किया जाएगा। साथ ही, देश और प्रदेश के भविष्य युवा पीढ़ी को प्रोत्साहित करने के लिए अगला बजट युवाओं, खिलाड़ियों और विद्यार्थियों को समर्पित होगा। उन्होंने प्रदेशवासियों से बजट के लिए सुझाव भेजने की भी अपील की।

उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण, कर्मचारियों के हितार्थ ओल्ड पेंशन स्कीम और मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना सहित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से आमजन को संबल मिला है। केंद्र सरकार को राजस्थान की योजनाओं का अध्ययन कराकर पूरे देश में लागू करना चाहिए, ताकि उन्हें भी लाभ मिल सकें।

श्री गहलोत ने इससे पहले वॉलीबाल कोर्ट पर सर्विस कर मैच की शुरूआत की। उन्होंने झुंझुनूं और चूरू के खिलाड़ियों से परिचय लेकर प्रोत्साहित किया। इसमें खेल मंत्री अशोक चांदना और राजस्थान विधानसभा उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने भी मैच खेला। मुख्यमंत्री ने समारोह में विजेता टीमों (प्रथम तीन स्थान) और सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को ट्रॉफी, स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। उन्होंने मंच पर खिलाड़ियों से संवाद भी किया।

समारोह में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंदन की ओर से मुख्यमंत्री को वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए प्रमाण पत्र भी सौंपा गया। यह राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक में 30 हजार से अधिक खिलाड़ियों के शामिल होने और एक साथ पूरे प्रदेश में खेल आयोजन के लिए मिला।

युवा मामले एवं खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा कि राज्य में खिलाड़ियों को आउट-ऑफ-टर्न नियुक्तियां, नौकरियों में आरक्षण, पदक विजेताओं की सम्मान राशि में बढ़ोतरी सहित अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। इससे प्रदेश में खिलाड़ियों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में खिलाड़ियों का भविष्य सुरक्षित है।

खेलों से बढ़ा समन्वय और सद्भाव

राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद अध्यक्ष कृष्णा पूनिया ने कहा कि इन ऐतिहासिक खेलों से ग्रामीणों में आपसी समन्वय और सद्भाव बढ़ा है। खेलों की मशाल के जरिए प्रदेश में सर्वधर्म सद्भाव का संदेश दिया गया है। अब प्रोत्साहित करने वाली यादों के साथ आयोजन का समापन होना बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि जिंदगी एक खेल है, इसमें आप पर निर्भर करता है कि खिलाड़ी बनाना चाहते हो या फिर खिलौना।

कार्यक्रम में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. महेश जोशी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली, राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह राठौड़, राजस्थान किसान आयोग के अध्यक्ष श्री महादेव सिंह खंडेला, राजस्थान राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष रफीक खान, नवलगढ़ विधायक राजकुमार शर्मा, राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के उपाध्यक्ष सतवीर चौधरी सहित हजारों खिलाड़ी और दर्शक उपस्थित रहे।

उल्लेखनीय है कि श्री गहलोत ने गत 29 अगस्त को जोधपुर की लूणी पंचायत समिति से इन खेलों की प्रदेश में शुरुआत की थी जो एक महीना 22 दिन तक चले।

इस दौरान छह खेल (कबड्डी, शूटिंगबॉल, टेनिसबॉल क्रिकेट, खो-खो, वॉलीबाल, हॉकी) के लिए 30 लाख से अधिक हर आयु वर्ग के महिला-पुरूष खिलाड़ियों नेभाग लिया।

इस दौरान 3700 खिलाड़ियों ने राज्य स्तरीय प्रतिस्पर्धा में अपना खेल कौशल दिखाया।

जिला स्तर पर गत 29 सितंबर से एक अक्टूबर तक 3127 टीमों एवं 34,700 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।

इसके पहले गत 12 सितंबर से 15 सितंबर तक ब्लॉक स्तरीय आयोजन हुआ। ब्लाक स्तर में 47 हजार टीमों के 5.50 लाख खिलाड़ी तथा ग्राम पंचायत स्तरीय पर गत 29 अगस्त से एक सितंबर तक आयोजन किया गया जिसमें 2.68 लाख से अधिक टीमों के बीच मुकाबले हुए।

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