मोदी शनिवार को अरुणाचल प्रदेश में हवाई अड्डे, काशी में तमिल संगम का करेंगे उद्घाटन
नयी दिल्ली, 17 नवंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार 19 नवंबर को अरुणाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय की गुरुवार को जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक श्री मोदी इस दौरे में उत्तर-पूर्व में परिवहन सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए अरुणाचल प्रदेश में इटानगर में नवनिर्मित हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे और 8450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित 600 मेगावाट कामेंग पनबिजली परियोजना को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
श्री मोदी उत्तर प्रदेश में अपने निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में महीने भर चलने वाले कार्यक्रम ‘काशी तमिल संगमम’ का उद्घाटन करेंगे। कार्यक्रम ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना को दर्शाता है और तमिलनाडु तथा काशी के बीच सदियों पुराने संबंधों का प्रतीक है।
विज्ञप्ति के मुताबिक प्रधानमंत्री शनिवार को सुबह लगभग 9:30 बजे ईटानगर में डोनी पोलो हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे और 600 मेगावाट कामेंग हाइड्रो पावर स्टेशन राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इसके बाद वह उत्तर प्रदेश के वाराणसी पहुंचेंगे, जहां दोपहर करीब दो बजे ‘काशी तमिल संगम’ का उद्घाटन करेंगे।
‘डोनी पोलो हवाई अड्डा एक नया विकसित हवाई अड्डा है। इसका नाम अरुणाचल प्रदेश की परंपराओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सूर्य (‘डोनी’) और चंद्रमा (‘पोलो’) के प्रति इसकी सदियों पुरानी स्वदेशी श्रद्धा को दर्शाता है। इसे 690 एकड़ से अधिक क्षेत्र में विकसित किया गया है और इसका रनवे 2300 मीटर लम्बा है।इस पर 640 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है। यह हवाई अड्डा सभी मौसम के संचालन के लिए उपयुक्त है। हवाई अड्डा टर्मिनल एक आधुनिक इमारत है, जो ऊर्जा दक्षता, नवीकरणीय ऊर्जा और संसाधनों के पुनर्चक्रण को बढ़ावा देती है।
सरकार का कहना है कि ईटानगर में एक नए हवाई अड्डे के विकास से न केवल क्षेत्र में आवागमन सुविधाओं में सुधार होगा बल्कि व्यापार और पर्यटन के विकास के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में भी कार्य करेगा, जिससे क्षेत्र के आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री 600 मेगावाट कामेंग पनबिजली घर भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। कुल 8450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित और अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में 80 किलोमीटर से अधिक के क्षेत्र में फैले इस परियोजना से अरुणाचल प्रदेश को बिजली अधिशेष राज्य बना दिया जाएगा।
बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण से निर्देशित, ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के विचार को बढ़ावा देने के सरकार की पहल के तहत काशी (वाराणसी) में एक महीने तक चलने वाले कार्यक्रम ‘काशी तमिल संगमम’ का आयोजन किया जा रहा है और इसका उद्घाटन 19 नवंबर को प्रधानमंत्री द्वारा किया जाएगा।
कार्यक्रम का उद्देश्य दोनों क्षेत्रों के विद्वानों, छात्रों, दार्शनिकों, व्यापारियों, कारीगरों, कलाकारों आदि सहित जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों को एक साथ आने, अपने ज्ञान, संस्कृति और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने और एक दूसरे से सीखने का अवसर प्रदान करना है। इसमें भाग लेने के लिए तमिलनाडु से 2500 से अधिक प्रतिनिधि काशी आएंगे। वे समान व्यापार, पेशे और रुचि के स्थानीय लोगों के साथ बातचीत करने के लिए संगोष्ठियों, साइट के दौरे आदि में भाग लेंगे। इस उत्सव के सिलसिले में वहां दोनों क्षेत्रों के हथकरघा, हस्तशिल्प, ओडीओपी उत्पादों, पुस्तकों, वृत्तचित्रों, व्यंजनों, कला रूपों, इतिहास, पर्यटन स्थलों आदि की एक महीने की प्रदर्शनी भी काशी में लगाई जाएगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय का कहना है कि यह प्रयास एनईपी 2020 के ज्ञान की आधुनिक प्रणालियों के साथ भारतीय ज्ञान प्रणालियों के धन को एकीकृत करने पर जोर देने के अनुरूप है।
इसके आयोजन में आईआईटी मद्रास और काशी हिंदू विश्वविद्यालय ( बीएचयू) की सेवाएं ली जा रही हैं।