राजस्थान

कोटा रेल मंडल में संरक्षित रेल संचालन के लिए फॉग सेफ्टी डिवाइस का उपयोग

कोटा 13 दिसम्बर : पश्चिमी-मध्य रेलवे के कोटा मंडल में सर्दियों में कोहरे के दौरान रेलवे संचालन में संरक्षा एवं सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं का उपयोग किया जा रहा है।

कोटा मंडल के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सर्दियों के मौसम में कोहरे के कारण ट्रेनें लेट नहीं हो, इस उद्देश्य से रेल प्रशासन कोहरे से प्रभावित रेल खंडों पर फॉग सेफ्टी डिवाइस का उपयोग कर रहा है। कोटा मण्डल को 403 एफएसडी (फॉग सेफ्टी डिवाइस) उपलब्ध कराई गई है। इस फॉग सेफ्टी डिवाइस उपलब्ध हो जाने से कोहरे प्रभावित सेक्शनों में लोको पायलटों को अत्यधिक मदद मिल रही है। यह डिवाइस आरडीएसओ,लखनऊ ने प्रमाणित किया हुआ है।

उल्लेखनीय है कि फॉग सेफ्टी डिवाइस यह ऐसा डिवाइस है जो जीपीएस टेक्नोलॉजी पर काम करता है। इस डिवाइस की मदद से ट्रेनों की अधिकतम अनुमेय गति (एमपीएस) को लगातार बनाए रखा जा सकता है।

यह डिवाइस जीपीएस टेक्नोलॉजी से एनेबल है और जीपीएस से रेलवे ट्रैक का मैप, सिग्नल, स्टेशन और रेल्वे क्रॉसिंग की जानकारी जुड़ी होती है। यह सिस्टम लोको पायलट को ट्रेन चलने के दौरान लेवल क्रॉसिंग और सिग्नल की जानकारी देता रहता है। ट्रेन चलाने के दौरान जब लोको पायलट को एफएसडी से पता चल जाता है कि ट्रैक पर आगे कोई दिक्कत नहीं है तो वह उसी हिसाब से ट्रेन की गति बढ़ाता है। एफएसडी का उपयोग करने से ट्रेनों की गति बढ़ेगी, जिससे यात्रियों को समय से गंतव्य तक पहुंचने में आसानी होगी तथा लेट-लतीफी के कारण हो रही परेशानियों से बचा जा सकेगा।

Related Articles

Back to top button