सामूहिक चिंतन से पर्यटन क्षेत्र को मिलेगी नई दिशा: पटेल
भुज, 08 फरवरी : गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बुधवार को पर्यटन कार्य समूह (टीडब्ल्यूजी) की बैठक में कहा कि सामूहिक चिंतन से पर्यटन क्षेत्र को नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी।
श्री पटेल ने भारत की जी20 की अध्यक्षता के अंतर्गत आयोजित हो रही पर्यटन कार्य समूह (टीडब्ल्यूजी) की पहली बैठक का आज कच्छ के धोरडो में शुभारंभ करते हुए कहा कि टीडब्ल्यूजी बैठक में सामूहिक चिंतन से पर्यटन क्षेत्र को नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी। विकास में पर्यटन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि देश और दुनिया की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पर्यटन क्षेत्र का अहम योगदान है। गुजरात को समृद्ध अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में उठाए जा रहे कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि नई पर्यटन नीति के अंतर्गत राज्य में पर्यटन के विकास के साथ-साथ पर्यावरण समृद्धि का एक विशेष दृष्टिकोण अपनाया गया है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि दो दशक पहले आए कच्छ के भूकंप में अनेक लोगों की जान गई थीं और हजारों मकान ध्वस्त हो गए थे, लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री और मौजूदा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अथक प्रयासों ने आपदा को अवसर में परिवर्तित कर दिया है। उनकी दूरदर्शिता और मार्गदर्शन के परिणामस्वरूप कच्छ न केवल फिर से खड़ा हो गया बल्कि विकास की राह पर तेज गति से आगे भी बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने कच्छ में औद्योगिक विकास के साथ पर्यटन की भी अपार संभावनाओं को देखते हुए रणोत्सव की शुरुआत की थी जो आज दुनिया भर के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना है। प्रधानमंत्री ने कच्छ के रण को दुनिया के पर्यटन मानचित्र में महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।
श्री पटेल ने टीडब्ल्यूजी की बैठक की पांच प्राथमिकताओं का जिक्र करते हुए कहा कि इनमें से एक प्राथमिकता ‘हरित पर्यटन’ भी है। कच्छ के भूकंप पीड़ितों की याद में निर्मित ‘स्मृति वन स्मारक’ हरित पर्यटन का शानदार उदाहरण है। इस स्मृति वन में बनाए गए पचास चेकडैम और तीन लाख से अधिक पौधरोपण से हरित टूरिज्म को नई दिशा मिली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में पर्यटन विकास की अपार संभावनाओं को दुनिया के समक्ष उजागर करने के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में इस वर्ष के अमृत बजट में पर्यटन के विकास के लिए अनेक प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने ‘चैलेन्ज मोड’ के माध्यम से देश में 50 पर्यटन स्थलों का चयन किया है और इन स्थलों को आहार और पर्यटक सुरक्षा सहित तमाम पहलुओं के हिसाब से एक संपूर्ण पैकेज के रूप में विकसित करने के लिए एक योजना भी घोषित की है।
श्री पटेल ने गुजरात को पर्यटन विविधताओं से भरा एक ‘टूरिस्ट फ्रेंडली राज्य’ करार देते हुए पर्यटन के विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में गांधी सर्किट, बौद्ध सर्किट और विवेकानंद सर्किट भी विकसित की जा रही है।