राम मंदिर निर्माण पूरा होने के साथ ही अयोध्या में शुरू होंगी अंतर्राष्ट्रीय उड़ान
अयोध्या, 29 जुलाई : मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर निर्माण के साथ-साथ मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण तेजी से हो रहा है।
जिलाधिकारी नितीश कुमार ने एयरपोर्ट के कार्यों का निरीक्षण करने के बाद शुक्रवार को बताया कि एयरपोर्ट के अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यों की प्रगति का जायजा भी लिया। निर्माणाधीन मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की स्थापना को लेकर तकनीकी तौर पर कागजी कार्यवाही भी तेज हो गयी है। इसकी स्थापना के लिये पर्यावरण मंत्रालय ने अनापत्ति भी दे दी है। श्रीराम मंदिर में रामलला के विराजमान होने के साथ ही अयोध्या में अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने का लक्ष्य है। रामलला 2023 में अपने घर में विराजेंगे यह घोषणा हो चुकी है। ऐसे में एयरपोर्ट के निर्माण में खासी तेजी लाने के लिये जिलाधिकारी ने अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर जाकर निरीक्षण किया, जिससे और तेजी से कार्य शुरू हो सके।
जिलाधिकारी ने बताया कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट के फेज-2 व 3 का काम भी जल्द शुरू होगा। निर्धारित समय में विमानों की उड़ान के लिये अब दूसरी तैयारी पर फोकस कर दिया गया है। जिलाधिकारी ने एयरपोर्ट अफसरों के साथ कार्यों की प्रगति देखी। भविष्य में होने वाले कार्यों की रूपरेखा तय की। अयोध्या के इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। वर्ष 2023 में यहां से विमानों की उड़ान का लक्ष्य है। एयरपोर्ट का निर्माण तीन फेज में पूरा किया जायेगा। पहले फेज का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके लिए आवश्यक भूमि खरीदी जा चुकी है। पहले फेज के निर्माण कार्यों को इस साल के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य है।
उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य के पूर्ण होने के साथ एयरपोर्ट के संचालन शुरू हो जायेगा। इसके लिये अन्य जरूरी कार्यों को पूरा कराये जाने को लेकर पूरी मशीनरी को सक्रिय किया जा रहा है।
जिलाधिकारी के मुताबिक तीन फेज के लिये जरूरी बची भूमि के अर्जन के साथ ही एयरपोर्ट से बिजली पोल को हटाने के साथ दूसरे कार्य किये जाने का निर्देश भ्रमण और समीक्षा में दिया गया है। एयरपोर्ट के फेज ए के लिये सम्पूर्ण भूमि अर्जन किया जा चुका है। फेज 2 व फेज 3 के लिए भी 96 फीसदी से अधिक भूमि अर्जन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। शेष भूमि अर्जन का कार्य भी शीघ्र पूर्ण करने के लिये उपजिलाधिकारी सदर को निर्देशित किया गया है।