त्रिपुरा के अंतिम राजा की 114वीं जयंती पर भव्य कार्यक्रम आयोजित
अगरतला, 19 अगस्त : त्रिपुरा रियासत के अंतिम राजा और आधुनिक त्रिपुरा के निर्माता, महाराजा बीर बिक्रम किशोर माणिक्य की 114वीं जयंती के अवसर पर शुक्रवार को राज्य भर में रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा
है।
माकपा को छोड़कर भाजपा और कांग्रेस सहित सभी दलों ने माणिक्य वंश के अंतिम शासक को श्रद्धांजलि दी और बीर बिक्रम की विकासात्मक पहल को प्रचारित किया, जो अभी तक त्रिपुरा के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
इसे दक्षिणपंथी दलों द्वारा राज्य में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए आदिवासियों विशेष रूप से शाही परिवार की भावनाओं को प्रभावित करने की कोशिश के रूप में देखा जा सकता है।
राज्य की सत्तारूढ़ भाजपा अपने सभी पार्टी कार्यालयों में बीर बिक्रम को श्रद्धांजलि अर्पित कर रही है। मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ माणिक साहा ने पार्टी मुख्यालय में बीर बिक्रम को पुष्पांजलि दी और दक्षिण त्रिपुरा के संतिरबाजार में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया।
त्रिपुरा के विकास में बीर बिक्रम किशोर माणिक्य के योगदान पर सांस्कृतिक कार्य विभाग द्वारा आज शाम रवींद्र सतवर्षिकी भवन में एक सभा का आयोजन किया जा रहा है, जिसे मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री संबोधित करने वाले हैं।
डॉ साहा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा अन्य प्रसिद्ध लोगों की तरह उनके जन्मदिन को पिछले तीन वर्षों से राज्य अवकाश घोषित किया जा रहा है, जिससे यह तारीख राज्य के लिए महत्वपूर्ण बना रहे।
अगरतला हवाई अड्डे का नाम बदलकर बीर विक्रम के नाम पर रखा गया है, जिसका निर्माण 1942 में हुआ था और इसने अंग्रेजों के खिलाफ द्वितीय विश्व युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका अदा किया था।
मुख्यमंत्री ने उनके योगदान को याद किया और कहा कि राज्य की स्थापना के बाद आने वाली सरकारों ने इसके आधार को मजबूत किया है, जिसका निर्माण त्रिपुरा के अंतिम राजा ने किया था।