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महिला उद्यमियों को सशक्त बनाकर वित्तीय समावेशन पर जोर

नयी दिल्ली, 07 फरवरी,: गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) मनीबॉक्स फाइनैंस लिमिटेड लघु उद्यमियों, खासतौर पर महिलाओं को व्यवसास के लिए ऋण उपलब्ध कराकर उनकी आय को बढ़ाने में न:न सिर्फ मददगार हो रही है बल्कि जनवरी 2023 तक कुल 440 करोड़ रुपये के ऋण वितरण के साथ 6 राज्यों में 26,000 से अधिक ऋण लेने वालों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला चुकी है जिनें से 50 फीसदी से अधिक महिला उद्यमी हैं।

मध्य प्रदेश में मनीबॉक्स ने अपना संचालन शुरू करने के तीन साल के भीतर 3000 से अधिक महिलाओं को अपनी सेवाएं प्रदान की हैं। महिला उपभोक्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए मनीबॉक्स ने ऋण सुविधाओं को आसान बनाकर उनके जीवन में सुधार लाने की योजनाएं बनाई हैं। कंपनी तीसरे स्तर के शहरों एवं अन्य छोटे शहरों के लघु-उद्यमियों को व्यवसाय के लिए ऋण उपलब्ध कराकर उनकी आय बढ़ाने और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है।

पिछले दशक के दौरान देश में लघु एवं सूक्ष्म उद्यम चलाने वाली महिलाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, यह आंकड़ा 2.15 लाख से बढ़कर 1.23 करोड़ पर आ गया है, जो घरेलु एमएसएमई का 20 फीसदी हिस्सा बनाते हैं। भारत में चल एवं अचल सम्पत्ति की पहुंच की बात करें तो देश उद्यमिता के लिए लिंग अंतराल की दृष्टि से तीसरे स्थान पर है।

मनीबॉक्स के सह संस्थापक मयूर मोदी ने यह जानकारी देते हुये यहां कहा कि अन्य क्षेत्रों की तुलना में दूसरे एवं तीसरे स्तर के शहरों से उभरते महिला उद्यमियां के पास नेटवर्किंग के अवसरों का अभाव होता है। इस समस्या के समाधान के लिए गुणवत्तापूर्ण, गैर-पारम्परिक ऋण मूल्यांकन दृष्टिकोण, प्रोडक्ट इनोवेशन, टेक्नोलॉजी के उपयोग और नीतिगत सुधारों पर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि महिला उद्यमियों के लिए ऋण की सुलभता को बढ़ाया जा सके। इन लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने अपने शाखा नेटवर्क को बढ़ाकर 60 तक पहुंचाने और वित्तीय वर्ष 2023 के अंत तक 400 करोड़ रुपये के संपदा प्रबंधन की योजनाएं बनाई हैं।

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