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इंजीनियरिंग उत्पादों का पहली तिमाही में निर्यात 11.8 प्रतिशत बढ़ा, चीन को निर्यात घटा

नयी दिल्ली, 25 जुलाई:अमेरिका, जर्मनी और मेक्सिको में जबरदस्त मांग से देश का चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में सालाना आधार पर इंजीनियरिंग उत्पादों का निर्यात 11.8 प्रतिशत बढ़कर 28.96 अरब डॉलर रहा।

इस अवधि में हालांकि चीन के साथ व्यापार में तेजी से गिरावट दर्ज की गयी।

इस वर्ष जून में चीन के साथ निर्यात में गिरावट की दर अधिक रही जो मई में 52.2 प्रतिशत और अप्रैल में 48.2 प्रतिशत थी।
वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में देश का चीन को किए जाने वाला इंजीनियरिंग उत्पादों का निर्यात वार्षिक आधार पर 51.90 प्रतिशत गिरकर 66.29 करोड़ डॉलर दर्ज किया गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में देश ने चीन को 137.82 करोड़ डॉलर के इंजीनियरिंग उत्पादों का निर्यात किया था।

भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद के अध्यक्ष महेश देसाई ने कहा,“ चीन में भारतीय इंजीनियरिंग उत्पादों के लिए एक बड़े निर्यात गंतव्यों में चीन एक प्रमुख देश है। हमारे विश्लेषण से संकेत मिलता है कि भारत से होने वाले निर्यात में कमी चीन में कोविड के प्रसार की आशंकाओं के बीच मांग में गिरावट और बड़े व्यापारिक केंद्रों में लॉकडाउन एक कारण रहा है। ”

श्री देसाई ने कहा कि जहां चीन को होने वाला निर्यात कम हुआ है, वहीं स्टेनलेस इस्पात उत्पादों सहित कुछ इस्पात उत्पादों पर निर्यात शुल्क लगाने से स्थिति और खराब हो गई।

उन्होंने कहा, “ उद्योगों के अनुसार स्टील के उत्पादों पर निर्यात शुल्क लगाना उस समय में मुश्किलें पैदा कर रहा हैं, जहां यूक्रेन-रूस संघर्ष और चीनी शहरों में पूर्ण रूप से लॉकडाउन से प्रभावित वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारतीय निर्यातकों के लिए विभिन्न अवसर हैं। ”
लौह और स्टील निर्यात में जून 2022 में 33.3 प्रतिशत की गिरावट रही जबकि अप्रैल और मई में इसमें क्रमशः 23.4 प्रतिशत और 7.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी थी। जून में हुयी के चलते आलोच्य तिमाही में देश का लौह और इस्पात उत्पादों का निर्यात 5.08 प्रतिशत गिर गया।

आंकड़ों के अनुसार जून 2022 में लौह और इस्पात उत्पादों का निर्यात में वार्षिक आधार पर 17.7 प्रतिशत गिरकर 2.30 अरब डॉलर रहा जो इससे पिछले वर्ष के समान माह में 2.79 अरब डॉलर था।

भारत से इंजीनियरिंग उत्पादों का निर्यात जून 2022 में 4.2 प्रतिशत बढ़कर 9.69 अरब डॉलर रहा जो जून 2021 में 9.30 अरब डॉलर था।

चालू वित्त वर्ष के जून माह के साथ तिमाही में भारतीय इंजीनियरिंग उत्पादों का अमेरिका सबसे बड़ा आयातक रहा। अमेरिका ने जून 2022 में 28.59 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1.67 अरब डॉलर इंजीनियरिंग उत्पादों का आयात किया जो इससे पिछले वित्त वर्ष के समान माह में 1.30 अरब डॉलर था।

संचयी रूप से अप्रैल-जून 2022 तिमाही में देश ने अमेरिका को 5.31 अरब डॉलर का निर्यात किया जो अप्रैल-जून 2021 तिमाही के आंकड़े 3.59 अरब डॉलर से 48.09 प्रतिशत अधिक है।

देश से इंजीनियरिंग उत्पादों की जून 2022 में सकारात्मक वृद्धि वाले प्रथम पांच देश अमेरिका, जर्मनी, मेक्सिको, ब्रिटेन और बंगलादेश रहे।
चौंतीस इंजीनियरिंग पैनलों में से 27 में जून 2022 की तुलना में जून 2021 के दौरान वार्षिक आधार पर सकारात्मक वृद्धि देखी गई, जबकि लोहा और इस्पात, तांबा और इसके उत्पादों, सीसा और उत्पादों, बॉयलर जैसी औद्योगिक मशीनरी में बड़ी गिरावट देखी गई। इसी तरह संचयी आधार पर 34 इंजीनियरिंग पैनलों में से 27 ने पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में अप्रैल-जून 2022-23 के दौरान सकारात्मक वृद्धि दर्ज की।

श्री देसाई ने कहा, “ कुल मिलाकर वैश्विक आर्थिक स्थिति अभी भी स्थिर नहीं है और संकट के बीच नए अवसर उभर रहे हैं। उद्योगों को उन अवसरों को हासिल करने के लिए अपने उत्पादन की कीमत, गुणवत्ता और निर्यात क्षमता सहित सभी पहलुओं में तैयार रहने की जरूरत है। ”

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