बगैर एनपीए के दो इंफ्रा गैर बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों के लोन बुक तीन वर्षाें में 26 हजार करोड़ पर
नयी दिल्ली 17 नवंबर : देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए वित्त उपलब्ध कराने के उद्देश्य से राष्ट्रीय निवेश एचं इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (एनआईआईएफ) की बहुसंख्यक हिस्सेदारी से निर्मित दो इंफ्रास्ट्रक्चर गैर बैंकिंग फाइनेशियल कंपनियों को लोन बुक तीन वर्षाें में बगैर किसी एनपीए के 4200 करोड़ रुपये से बढ़कर 26 हजार करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुयी एनआईआईएफ की संचालन परिषद की बैठक में यह जानकारी दी गयी। वित्त मंत्रालय द्वारा आज यहां जारी बयान के अनुसार एनआईआईएफ इस दौरान अंतरराष्ट्रीय विश्विसनीय एवं व्यावसायिक निवेश प्लेटफॉर्म बन गया है। इसमें केन्द्र सरकार के साथ ही कई वैश्विक और घरेलू निवेशकों ने निवेश किया है।
इस दौरान वित्त मंत्री ने एनआईआईएफ से कहा कि अब तक जाे काम किये गये हैं उसे प्रदर्शित करने के साथ ही अपने परिचालन को बढ़ावा देने के लिए भारत के आकर्षक निवेश तत्वों का लाभ उठा चाहिए। उन्होंने इसके दलों को उन दोलों के साथ लगातार संपर्क में रहने के लिए कहा है कि जो भारत में निवेश को इच्छुक हैं।
उन्होंने एनआईआईएफ को राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइप लाइन, पीएम गति शक्ति और राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर गलियारे के लिए व्यावसायिक पूंजी उपलब्ध कराने की दिशा में काम करने के लिए कहा।