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अर्थ लीड मोदी उप्र तीन अंतिम लखनऊ

प्रधानमंत्री ने कहा कि परंपरा और आधुनिकता से जुड़े उद्योगों का, एमएसएमई का एक बहुत ही सशक्त नेटवर्क आज उत्तर प्रदेश में वाइब्रेट है। यहां भदोही के कालीन और बनारसी सिल्क है। भदोही कारपेट क्लस्टर और वाराणसी सिल्क क्लस्टर भी है और उसकी वजह से यूपी भारत का टेक्सटाइल हब है। आज भारत के कुल मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में 60 प्रतिशत से भी ज्यादा मोबाइल अकेले उत्तर प्रदेश में होता है। मोबाइल कम्पोनेंट की सबसे ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग भी यूपी में ही होती है। आज देश के दो डिफेंस कॉरिडोर में से एक यूपी है। यहां डिफेंस कॉरिडोर पर तेजी से काम चल रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में यूपी डेरी, फिशरीज, एग्रीकल्चर फूड फूड प्रोसेसिंग सेक्टर में अनेक संभावनाएं हैं। फल और सब्जियों को लेकर उत्तर प्रदेश में बहुत विविधता है। यह एक ऐसा सेक्टर है जिसमें अभी भी प्राइवेट सेक्टर की हिस्सेदारी बहुत सीमित है। उन्होंने बताया कि फूड प्रोसेसिंग के लिए प्रोडक्शन लिंक इंसेंटिव स्कीम लाई गई। इसका लाभ जरूर उठाना चाहिए। आज सरकार का यह प्रयास है प्राइमरी इनपुट से लेकर पोस्ट हार्वेस्ट मैनेजमेंट तक एक आधुनिक व्यवस्था किसानों के लिए बने। छोटे इन्वेस्टर्स, एग्री इंफ्रा फंड का उपयोग कर सकते हैं। इसी प्रकार देशभर में बहुत बड़ी भंडारण क्षमता विकसित करने के लिए बजट में प्रावधान कर दिया गया है। यह भी छोटे निवेशकों के लिए बहुत बढ़िया मौका है।
उन्होने कहा कि सरकार का फोकस फसल विविधीकरण पर है। छोटे किसानों को ज्यादा साधन देने और उनकी फसल लागत घटाने पर है। इसलिए नेचुरल फार्मिंग (प्राकृतिक खेती) की तरफ हम तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां यूपी में गंगा के किनारे दोनों तरफ पांच किलोमीटर क्षेत्र में नेचुरल फार्मिंग शुरू हो गई है। इस वर्ष के बजट में किसानों की मदद के लिए 10,000 बायोइन्फो रिसोर्ट सेंटर बनाने की घोषणा की गई है। यह नेचुरल फार्मिंग को और अधिक प्रोत्साहित करेगा। इसमें भी प्राइवेट इन्वेस्टर्स के लिके इन्वेस्टमेंट की अनेक संभावनाएं हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के नेतृत्व में मोटा अनाज कहे जाने वाले मिलेट्स को लेकर नया वैश्विक दौर शुरू हुआ है। विश्व बाजार में उसकी एक पहचान बने इसके लिए सरकार ने बजट में मिलेट्स को एक नया नाम दिया है, श्रीअन्न। यह श्री अन्न में पोषक तत्व बहुत अधिक हैं। यह सुपरफूड है। जैसा श्रीफल का महात्म्य है, वैसा ही श्रीअन्न का महात्म्य बनने वाला है। यह प्रयास है भारत का मिलेट्स वैश्विक पोषण सुरक्षा को नेतृत्व दे। दुनिया इस वर्ष को इंटरनेशनल ईयर आफ मिलेट्स के रूप में भी मना रही है इसलिए एक तरफ हम किसानों को श्रीअन्न के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ इसके लिए ग्लोबल मार्केट का भी विस्तार कर रहे हैं। फूड प्रोसेसिंग सेक्टर से जुड़े लोग, रेडी टू ईट, रेडी टू कुक से जुड़े लोग श्रीअन्न के प्रोडक्ट में संभावनाएं तलाश सकते हैं और मानव जाति बड़ी सेवा भी कर सकते हैं।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम का शुभारंभ करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी से सांसद के रूप में खुद सभी उद्यमियों व निवेशकों का स्वागत भी किया। साथ ही उन्होंने बतौर सांसद प्रदेश सरकार की तरफ से यह आश्वस्त किया कि उनके साथ सरकार हर पल खड़ी मिलेगी।
इससे पहले श्री मोदी ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का रिमोट से बटन दबाकर उद्घाटन किया और देश का ग्रोथ इंजन बन रहे उत्तर प्रदेश की शानदार प्रगति यात्रा पर प्रदर्शित शाॅर्ट फिल्म का भी अवलोकन किया।

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