स्मार्ट मीटर निर्माण में सुरक्षा, गुणवत्ता और डिजाइन की होनी चाहिए प्रमुखता: आलोक कुमार
नयी दिल्ली 03 नवंबर : केन्द्रीय विद्युत सचिव आलोक कुमार ने स्मार्ट मीटर निर्माताओं से गुणवत्ता से समझौता किये गये बगैर उसकी कीमत को आधी करने के उपाय पर विचार करने की अपील करते हुये आज कहा कि स्मार्ट मीटर के निर्माण के लिए सुरक्षा, गुणवत्ता और डिजाइन महत्वपूर्ण होना चाहिए।
श्री कुमार ने मीटरिंग इंडिया के नौवें संस्करण का शुभारंभ करते हुये कहा कि उनका मंत्रालय आरडीएसएस योजना के विस्तार और स्मार्ट वितरण पर काम कर रहा है। इस उद्योग के शीर्ष संगठन एवं मीटरिंग इंडिया के आयोजक आईईईएमए को मुख्य रूप से तीन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जिसमें स्मार्ट मीटर को किफायती बनाना, क्षमता निर्माण और पारंपरिक मीटर को स्मार्ट मीटर में बदलने के अवसर का लाभ उठाना शामिल है।
आईईईएमए के अध्यक्ष एवं बिड़ला कॉपर हिंडाल्कों इंडस्ट्रीज लिमिटेड के सीईओ रोहित पाठक ने कहा कि स्मार्ट मीटर एक विद्युतीकृत, डिजिटल, टिकाऊ उपकरण है जाे अर्थव्यवस्था के लिए लाभदायक है। अब हमें स्मार्ट को ‘स्मार्ट’ बनाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उपभोक्ता अनुभव को बढ़ाने में मदद करने के लिए मीटर, ड्राइव एनालिटिक्स ने बिजली के कुशल उपयोग को सक्षम किया और विजन 2047 के अनुसार आरई की हिस्सेदारी बढ़ने पर ग्रिड को अधिक विश्वसनीय बनाने में मदद की।
संगठन के निर्वाचित अध्यक्ष एवं स्टेल्मेक लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक हमजा अर्सीवाला ने कहा, “उद्योग को गुणवत्ता, विश्वसनीयता और सुरक्षा की त्रिमूर्ति पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। एक राष्ट्र के रूप में हमारे पास विनिर्माण क्षेत्र में अप्रयुक्त क्षमता है और हमें निकट भविष्य में इंजीनियर वस्तुओं और सेवाओं के लिए एक मजबूत केंद्र बनने की दिशा में सामूहिक रूप से काम करना होगा।