मुंबई, 29 सितंबर : देश की खनन कंपनी वेदांता लिमिटेड ने अक्षय ऊर्जा स्त्रोत को एक गीगावाट तक बढ़ाने का फैसला किया है इसको लेकर कंपनी ने अतिरिक्त 500 मेगावाट अक्षय ऊर्जा के लिए रुचि पत्र (एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट) आमंत्रित किए हैं।
वेदांता ने वर्ष 2030 तक अपने परिचालन के लिए 2.5 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा हासिल करने का लक्ष्य रखा है।
कंपनी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी और समूह के सीईओ सुनील दुग्गल ने कहा, “यह कदम प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में ईएसजी के क्षेत्र में अग्रणी बनने के हमारे कदम को आगे बढ़ाता है। यह 2030 तक 2.5 गीगावॉट अक्षय ऊर्जा प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम उद्योग में सर्वश्रेष्ठ के साथ सहयोग करने की आशा कर रहे हैं क्योंकि हम अपने डीकार्बाेनाइजेशन लक्ष्यों की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं।”
वेदांता ने प्रतिष्ठित, अनुभवी और आर्थिक रूप से मजबूत कंपनियों को राजस्थान, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में स्थित अपनी विनिर्माण सुविधाओं के लिए हाइब्रिड अक्षय ऊर्जा की आपूर्ति के लिए अपने रुचि पत्र जमा करने के लिए आमंत्रित किए हैं।
उल्लेखनीय है कि वेदांता ने पहले सेरेंटिका रिन्यूएबल्स के जरिए 580 मेगावाट आरटीसी नवीकरणीय ऊर्जा हासिल की थी।