शिव सेना की मुंबई से आया मेरा दोस्त ऑटो रिक्शा रैली दिल्ली में
नयी दिल्ली 28 जुलाई : राजधानी दिल्ली में शिवसेना को सशक्त बनाने और लोगों तक पहुंचने के उद्देश्य से आज दिल्ली के 250 ऑटो चालक अपने वाहनों पर पार्टी प्रमुख एकनाथ शिंदे के समर्थन में ‘मुंबई से आया मेरा दोस्त’ संदेश शहर के कोने कोने में फैलाएंने के लिए ऑटो रिक्शा रैली निकाली।
शिवसेना सांसद धैर्यशील माने और मुख्य समन्वयक अंशुमान जोशी ने ‘मुंबई से आया मेरा दोस्त’ नारे के साथ दिल्ली ऑटो रिक्शा रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
दिल्ली ऑटो यूनियन ने पार्टी को बड़े पैमाने पर समर्थन देने की घोषणा की थी। अब, दिल्ली के ऑटो चालक पार्टी के कल्याणकारी योजनाओं को दिल्ली-एनसीआर के हर कोने में फैलाना चाहते हैं। इस उद्देश्य के लिए दिल्ली के 250 से अधिक ऑटो चालकों ने आज अपने वाहनों पर ‘मुंबई से आया मेरा दोस्त’ जैसे संदेश के साथ अपने नेता एकनाथ शिंदे की तस्वीर के साथ शिव सेना के बैनर के साथ पार्टी से संबद्धता का समर्थन किया।
असंगठित क्षेत्रों के लिए महाराष्ट्र में शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे और उनकी कल्याणकारी योजनाओं को सलाम करते हुए दिल्ली ऑटो ड्राइवरों ने पार्टी से अपने भावनात्मक जुड़ाव और समर्थन के लिए ‘मुंबई से आया मेरा दोस्त’ का नारा लगाया।
ऑटो रैली को हरी झंडी दिखाते हुए श्री माने ने ऑटो चालकों और उनकी यूनियनों को आश्वासन दिया कि पार्टी उनके सामाजिक कल्याण और वित्तीय सहायता के लिए एक मददगार के रूप में कार्य करेगी। उन्होंने कहा “महाराष्ट्र का सुशासन उसकी जन-समर्थक और समावेशी विकास योजनाओं में भी प्रकट होता है। हाल ही में हमारे मुख्यमंत्री ने ऑटो और टैक्सी चालकों के लिए एक कल्याण बोर्ड का गठन किया है, और इससे असंगठित क्षेत्र के 3 करोड़ से अधिक श्रमिकों को लाभ होने की उम्मीद है। बजटीय घोषणा के दो महीने के भीतर, उन्होंने कल्याणकारी योजनाएं लागू की है।”
दिल्ली में ऑटो रिक्शा चालकों को वित्तपोषण, लाइसेंसिंग और दिल्ली सरकार के नियमों सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों का सामना करना पड़ रहा है, जिसने ऑटो-रिक्शा चालकों की आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। इस रैली के साथ दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ और चालक शक्ति सहित ऑटोरिक्शा यूनियनों ने ऑटोरिक्शा के परमिट कालाबाजारी के मुद्दे को उठाने के लिए पार्टी को अपना समर्थन तेज कर दिया है।
शिव सेना दिल्ली इकाई ने दिल्ली राज्य ऑटो-रिक्शा और टैक्सी मालिकों के कल्याण बोर्ड के गठन और अन्य असंगठित क्षेत्रों के लिए इसी तरह की कल्याणकारी योजनाओं के लिए दिल्ली सरकार पर दबाव बनाने के लिए एक अभियान शुरू किया है।