बिहार

निर्दलीय विधायक सरयू राय ने सरकार के जवाब को दी चुनौती, कहा-सरकार का जवाब सही हुआ, तो सदस्यता से त्यागपत्र दे दूंगा

रांची, 02अगस्त : झारखंड विधानसभा में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच प्रश्नकाल के दौरान निर्दलीय विधायक सरयू राय ने आज अपने एक अल्पसूचित प्रश्न के उत्तर में सरकार के जवाब को चुनौती देते हुए कहा कि यदि सरकार का जवाब सही हुआ, तो वह कल ही विधानसभा की सदस्यता से इस्फीता दे देंगे।

उन्होंने दावा किया कि सदन में अधिकारियों की ओर से झूठी रिपोर्ट दी गयी है कि हरमू और स्वर्णरेखा नदियां प्रदूषण मुक्त हो गयी है और सिवरेज ड्रेनेज सिस्टम काम करता होगा, तो वे कल ही सदन से इस्तीफा दे देंगे।

इससे पहले प्रभारी मंत्री चंपई सोरेन ने सरकार की ओर से जवाब देते हुए बताया कि हरमू नदी पर नगरीय बहिस्राव को संसोधन के लिए 8 स्थानों पर सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट की एसटीपी की स्थापना की गयी है, जिसमें 7 चालू अवस्था में है और 1 निर्माणाधीन है। नदियों का शहरी प्रदूषण रोकने और नगरीय प्रदूषकों को रोकने के लिए राज्य में 14 एसटीपी रांची, साहेबगंज, राजमहल, जमशेदपुर, बोकारो और धनबाद में कार्यरत है। राज्य के अंतर्गत कुल 104 एमएलडी क्षमता का एसटीपी निर्माणाधीन है, इसके अलए 427 एमएलडी क्षमता का एसटीपी का प्रस्ताव है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद द्वारा दामोदर, स्वर्णरेखा, हरमू और अन्य नदियों का 56 बिन्दुओं पर नेशनल वाटर मॉनिटरिंग प्रोग्राम के तहत जल गुणवत्ता जांच किया जाता है। प्रत्येक माह की रिपोर्ट सीपीसीबी के पोर्टल पर अपलोड किया जाता है।

नदियों का शहरी प्रदूषण रोकने तथा नगरीय प्रदूषकों को रोकने के लिए राज्य में 16 एसटीपी रांची, साहेबगंज, राजमहल, जमशेदपुर, बोकारो और धनबाद में कार्यरत है। राज्य के अंतर्गत कुल 104 एमएलडी क्षमता का एसटीपी निर्माणाधीन है। इनके अतिरिक्त 427 एमएलडी क्षमता का एसटीपी का प्रस्ताव है।उन्होंने कहा कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को प्रत्येक माह का मासिक प्रगति रिपोर्ट भेजा जाता है।

मंत्री श्री सोरेन ने कहा कि हरमू नदी के किनारे विभिन्न स्थानों पर नगर विकास विभाग द्वारा 8 एसटीपी का निर्माण किया गया है, जिसमें 7 7 चालू अवस्था में और 1 निर्माणाधीन है।

विधायक श्री राय ने जब सरकार के इस जवाब पर असंतोष व्यक्त किया, तो विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें प्रभारी मंत्री के साथ क्षेत्र का निरीक्षण कर वस्तुस्थिति की जानकारी लेने के बाद स्थिति की जानकारी देने का निर्देश दिया।

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