बिहार

जीवन का दूसरा अध्याय है सेवानिवृति : जिला जज

बक्सर 01 फरवरी : बिहार में बक्सर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश अंजनी कुमार सिंह ने कहा है कि किसी सरकारी सेवक का सेवानिवृति उसके जीवन का दूसरे अध्याय की ही शुरुआत है।

न्यायमूर्ति सिंह ने यह बातें न्यायालय के सिरिस्तेदार प्रदीप कुमार श्रीवास्तव एवं डुमराँव अनुमंडल न्यायालय के कर्मचारी सुरेश सिंह के सेवानिवृति के उपलक्ष्य में आयोजित सम्मान समारोह में कही। उन्होंने कहा कि वास्तव में सेवानिवृति के बाद ही न्यायालय के कर्मचारी जीवन के दूसरे अध्याय की शुरुआत करते हैं। उन्होंने बताया कि सेवानिवृत्त कर्मचारी का सभी सेवांत लाभों का निष्पादन कर दिया गया है।

व्यवहार न्यायालय के सिरिस्तेदार प्रदीप कुमार श्रीवास्तव एवं डुमराँव अनुमंडल न्यायालय के कर्मचारी सुरेश सिंह के सेवानिवृति के बाद आयोजित सम्मान समारोह में कर्मचारियों की ओर से राकेश कुमार अखौरी ने कहा कि श्री श्रीवास्तव ने बेदाग 38 साल न्यायालय की सेवा की है। यह फक्र की बात है कि इनके पिताजी स्व द्वारिका प्रसाद और बड़े भाई घनश्याम प्रसाद ने भी न्यायालय की सेवा की है।
सिरिस्तेदार नंदलाल प्रसाद ने कहा कि श्री श्रीवास्तव कर्तव्यपरायण हँसमुख एवं सत्संगी कर्मचारी रहे है एवं उनके सेवानिवृति से न्यायमण्डल को एक हँसमुख कर्तव्यनिष्ठ कर्मचारी की कमी हमेशा महसूस होगी।

आशीष रंजन ने कहा कि श्री श्रीवास्तव अधीनस्थ कर्मचारियों को सम्मान देते हैं जो एक गौरव की बात है।
विदाई समारोह में भाव विह्वल हुए सिरिस्तेदार प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि आज जो भी हूँ मैं वह भगवान एवं न्यायालय की ही देन है। उन्होने कर्मचारियों से न्यायालय की सेवा को भगवान की सेवा जैसा करने की सलाह दी।

जिला न्यायाधीश ने सेवानिवृत्त प्रदीप कुमार श्रीवास्तव एवं कर्मचारी सुरेश सिंह को अंगवस्त्र श्रीफल एवं धार्मिक पुस्तकें भेंट कर सम्मानित किया एवं उनके सफल सुखद व आध्यात्मिक जीवन की मंगलकामना की।

इस अवसर पर प्रधान लिपिक रजनीकांत मिश्र, नाज़िर संतोष कुमार द्विवेदी, धनंजय कुमार नीरज ,देवकांत पासवान, संतोष कुमार, शैलेश ओझा, अमिताभ कुमार श्रीवास्तव, अंकित कुमार सिंह, अभिषेक कुमार आदि भी उपस्थित थे।

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