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वैश्विक स्वास्थ्य ढांचा मजबूत करने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी: मांडविया

नयी दिल्ली 18 अप्रैल : केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने वैश्विक स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने पर जोर देते हुए मंगलवार को कहा कि कोरोना महामारी – पश्चात – प्रभाव को समाप्त करने के लिए सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है।

श्री मांडविया ने आज गोवा में जी-20 के स्वास्थ्य कार्य समूह की दूसरी बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर घबराहट और उपेक्षा के भाव समाप्त के लिए सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा करते हुए कोरोना महामारी के बाद के प्रभाव को खत्म करने के प्रयासों में कमी नहीं आनी चाहिए। महामारी के फैलाव को रोकने तथा नियंत्रित करने के प्रयास लगातार जारी रहनी चाहिए।

उन्होंने कहा , “जी- 20 स्वास्थ्य कार्य समूह कार्य के रूप में, हम संयुक्त रूप से भविष्य के वैश्विक स्वास्थ्य ढांचे के लिए सकारात्मक प्रभाव पैदा करने की दिशा में सही दिशा में बढ़ रहे हैं।” इस अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार उपस्थित रही।

श्री मांडविया ने कहा कि भारत की जी- 20 अध्यक्षता में इटली और इंडोनेशियाई अध्यक्षता के दौरान लाई गई गति को जारी रखने और स्वास्थ्य आपात स्थिति की तैयारी, रोकथाम और प्रतिक्रिया के लिए अब तक किए गए प्रयासों को समेकित करने की योजना बनायी जा रही है।उन्होंने कहा कि भारत ने स्वास्थ्य सेवा वितरण में प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देने, दुनिया भर में डिजिटल विभाजन को पाटने और डिजिटल सार्वजनिक वस्तुओं को बढ़ावा देने की दृष्टि से डिजिटल स्वास्थ्य और नवाचार के एजेंडे का प्रस्ताव दिया है।

डॉ. पवार ने दोहराया कि भारत की जी- 20 अध्यक्षता का आधार ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के प्राचीन भारतीय दर्शन में निहित है।उन्होंने ऐसी लचीली स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया जो सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं तक समान पहुंच सुनिश्चित करती हो‌ और सीमाओं के पार लोगों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा कराती हो।

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