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कांग्रेस का अधिवेशन फरवरी में रायपुर में होगा

नयी दिल्ली 04 दिसंबर : कांग्रेस ने कहा है कि पार्टी के नव निर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ताजपोसी के बाद पार्टी का 85वां अधिवेशन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित किया जाएगा।

कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल तथा संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने संचालन समिति की बैठक के बाद यहां पार्टी मुख्यालय में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अधिवेशन तीन दिन का होगा और यह फरवरी के दूसरे पखवाड़े में रायपुर में आयोजित किया जाएगा। कांग्रेस की परंपरा के अनुसार पार्टी का नया अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था कार्यसमिति तथा अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति के लिए अधिवेशन आयोजित किया जाता है।

उन्होंने कहा कि अधिवेशन में कई प्रस्ताव पारित किए जाएंगे जिनमें राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक और युवाओं के सामने मौजूद बेरोजगारी जैसी चुनौतियों को लेकर भी प्रस्ताव अधिवेशन में पारित किये जाएंगे। उनका कहना था कि बैठक में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर चर्चा हुई। यात्री करीब ढाई हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी कर आज राजस्थान में प्रवेश करेंगे और अब लगभग 11 किलो मीटर की पदयात्रा बाकी रह गई है। पदयात्रा 24 दिसंबर को दिल्ली में प्रवेश करेगी और उम्मीद की जा रही है कि 26 जनवरी तक भारत जोड़ो यात्रा श्रीनगर पहुंच जाएगी और वहां तिरंगा फहराया जाएगा।

कांग्रेस संचालन समिति की बैठक में कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा समिति के अन्य 41 सदस्यों ने हिस्सा लिया।

उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को अपार सफलता मिल रही है लेकिन यात्रा समाप्त होने के बाद पार्टी का अगला कदम क्या होगा इस बारे में भी बैठक में निर्णय लिया गया कि भारत जोड़ो यात्रा के समापन के बाद देशभर में पार्टी ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ अभियान चलाएगी। अभियान के दौरान त्रिस्तरीय कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिसमें ब्लॉक स्तर पर यात्राएं होंगी जिला स्तर पर अधिवेशन होंगे और प्रदेश स्तर पर रैलियां आयोजित की जाएंगी हाथ से हाथ जोड़ो अभियान की शुरुआत 26 जनवरी से होगी और इस कार्यक्रम को दो महीने में पूरा किया जाएगा जिसमें समाज के सभी वर्गों को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।

कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद पार्टी की जनता से जुड़ने की गतिविधियां जारी रहेगी इसलिए 26 जनवरी से 26 मार्च तक ‘हाथ से हाथ जोड़ो’ अभियान देशभर में चलाया जाएगा। यह अभियान गांव, ब्लॉक, जिला तथा प्रदेश स्तर पर होगा जिसमें सभी प्रमुख नेता हिस्सा लेंगे।

उन्होंने कहा कि देश के समक्ष गंभीर सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक चुनौतियां हैं जिनको लेकर के संचालन समिति में व्यापक स्तर पर चर्चा हुई। इन समस्याओं से निपटने के लिए सामूहिक अभियान चलाकर और सभी कार्यकर्ताओं को जोड़कर चुनौतियों से निपटने का निर्णय लिया गया।

बैठक में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर हुई चर्चा में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रयासों की प्रशंसा की गई और उम्मीद जताई गई कि जिस तरह से यात्रा को जनसमर्थन मिल रहा है उसे देखते हुए उम्मीद जताई गई कि पार्टी इस यात्रा के माध्यम से अपना व्यापक जनाधार तैयार कर सकेगी।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में 24 दिसंबर को यात्रा पहुंचेगी और करीब चार दिन तक यात्रा स्थगित रहेगी। इस दौरान यात्रा में शामिल कंटेनरों की मरम्मत की जाएगी और उत्तर भारत में लगातार बढ़ रही सर्दी की मद्देनजर कंटेनरों में हीटर लगाने जैसी व्यवस्था भी की जाएगी।

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