मध्य प्रदेश

शिवराज ने बांध से सुरक्षित पानी की निकासी की जानकारी प्राप्त कर दिए आवश्यक निर्देश

भोपाल, 14 अगस्त : मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने धार जिले की धरमपुरी तहसील में निर्माणाधीन कारम मध्यम सिंचाई परियोजना के बांध से पानी की सुरक्षित और हानिरहित निकासी की जानकारी प्राप्त कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार श्री चौहान आज यहां मंत्रालय में सिचुएशन रूम में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव जल संसाधन एस एन मिश्रा, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, अपर मुख्य सचिव गृह डाॅ राजेश राजौरा और कमिश्नर इंदौर डॉ पवन शर्मा से धार जिले में बांध के निकटवर्ती ग्रामों के निवासियों के लिए रहवास, भोजन और अन्य प्रबंधों के साथ ही पानी की सुरक्षित निकासी के कार्य की अद्यतन जानकारी प्राप्त कर रहे थे। उन्होंने राहत केंद्रों में रह रहे लोगों के लिए आवश्यक प्रबंध करने को लेकर प्रशासन को निर्देश दिए।

मुखयमंत्री ने कहा कि यह सुखद तथ्य है कि पानी की निकासी कल शाम से जिस गति से प्रारंभ हुई थी, उसमें तेजी आयी है। बांध को सुरक्षित करने के प्रयासों में सफलता मिल रही है। हमारी प्राथमिकता और प्रतिबद्धता भी जनता की जिन्दगी की सुरक्षा है। मनुष्यों के साथ मवेशियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचे, यह भी सुनिश्चित किया गया है। यही नहीं गांवों में भी कोई नुकसान नहीं पहुंचे, इसके निर्देश दिए गए हैं।

श्री चौहान ने कल दिन भर और देर रात तक निरंतर मॉनिटरिंग और आवश्यक निर्देश देने के बाद आज प्रात: मंत्रालय स्थित सिचुएशन रूम पहुंचकर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, प्रमुख अभियंता जल संसाधन मदन सिंह डाबर, मुख्य अभियंता चंद्रशेखर घटाले और धार के कलेक्टर एवं एसपी से चर्चा कर जानकारी प्राप्त की। दो अन्य मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव और डॉ प्रभुराम चौधरी भी धार जिले में बांध क्षेत्र में भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने बांध सुरक्षा प्राधिकरण के सदस्य विवेक त्रिपाठी से भी चर्चा की। उन्होंने डेम के वर्तमान जल स्तर की जानकारी लेकर उसके सुरक्षित स्थिति में आने के पहलुओं का विवरण लिया।

श्री चौहान ने आज प्रात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से फोन पर चर्चा कर उन्हें बांध क्षेत्र के निवासियों के जीवन को सुरक्षित करने और बांध से पृथक मार्ग निर्मित कर नदी तक पानी प्रवाहित करने की योजना और उसके क्रियान्वयन की जानकारी दी।

उन्होंने धार जिले में निर्माणाधीन बांध से पानी बाहर करने के संबंध में बताया कि कल तक लगभग 10 क्यूमेक बहाव की स्थिति थी, जो आज साढ़े तीन गुना बढ़ कर 35 क्यूमेक तक लाने में सफलता मिली है। इसे बढ़ाने के उपायों पर भी विचार किया जा रहा है। संपूर्ण कार्यवाही जान-माल की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुई की जा रही है। उन्होंने कहा कि बायपास चैनल का निर्माण कर प्रारंभ की गई पानी की निकासी से जनता भी पूरी तरह सुरक्षित रहे और बांध भी सुरक्षित स्थिति में रहे, इसके लिए युद्ध स्तर पर प्रयास चल रहे हैं। स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।

श्री चौहान ने कहा कि एक बार पानी की निकासी प्रारंभ होने के पश्चात मिट्टी की दीवार चौड़ी होने और पानी अधिक मात्रा में निकलने की स्थिति बनने की आशा थी, लेकिन साइड वाल के कारण अपेक्षित पानी बाहर नहीं गया था। अब यह प्रयास है कि जल्द से जल्द, अधिक से अधिक पानी बांध से निकाल कर पूरी तरह सुरक्षित माहौल बनाया जाए। जब तक यह कार्य पूरा नहीं होगा, हम चैन से नहीं बैठेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि धार जिले में निर्माणाधीन बांध से जल रिसाव को देखते हुए यथा समय आवश्यक कदम उठाए गए। यह संकट का समय था, जिससे उबरने के निरंतर प्रयास किए गए। यह समय विश्वास का वातावरण निर्मित करने का है, न कि आरोप-प्रत्यारोप का। किसी तरह परिस्थितियों को नियंत्रित कर लोगों को सुरक्षित रखा जाए, यह सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
उन्होंने प्रशासन की बात मानते हुए ऊँचाई के और सुरक्षित स्थानों पर पहुँचने में दिए गए सहयोग के लिए नागरिकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि इस तरह का सहयोग आगे भी प्राप्त होगा।

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