सिर्फ घर नहीं, गरीबी को दूर रखने वाला किला है प्रधानमंत्री आवास योजना में मिला आवास : मोदी
सतना, 22 अक्टूबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में हितग्राहियों को मिलने वाले आवास सिर्फ एक घर नहीं, बल्कि उन्हें गरीबी से सुरक्षित रखने वाले किले हैं।
श्री मोदी ने आज मध्यप्रदेश के हितग्राहियों के लिए सतना में आयोजित ‘गृह-प्रवेशम्’ कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से शिरकत की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे श्री मोदी ने करीब साढ़े चार लाख लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत आवास का उपहार दिया। यहां आयोजित इस राज्यस्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, विभाग के राज्य मंत्री रामखिलावन पटेल और वन मंत्री विजय शाह ने शिरकत की।
सभी हितग्राहियों को दीपपर्व और धनतेरस की शुभकामनाएं देते हुए श्री मोदी ने कहा कि पुरानी सरकार ने दशकों तक लोगों को मूल सुविधाओं के लिए भी लटका कर रखा। मूलभूत सुविधाओं के अभाव में जिंदगी बसर कर रहे लोग किसी और चीज के लिए सोच ही नहीं पाते थे, इसी सब को देखते हुए मौजूदा सरकार ने लोगों को गरीबी से बाहर निकालने की मूल प्रक्रिया पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पहले की सरकार में घरों की घोषणा भी होती थी, तो भी हितग्राहियों से उनकी पसंद और सामाजिक परंपराओं जैसी चीजें नहीं पूछी जाती थीं।
लाभार्थियों को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि आज उन्हें मिले आवास महज घर नहीं, ऐसे किले हैं, जो गरीबी को घुसने नहीं देंगे और बची हुई गरीबी को भी बाहर निकाल देंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना सामाजिक बदलाव का माध्यम बन रही है, पहले गलत नीतियों के कारण आवासहीनता भी पीढ़ी दर पीढ़ी सौंपी जाने वाली बुराई थी। जो संतान इस कुचक्र को तोड़ती थी, उसका गुणगान होता था। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि उनका सौभाग्य है कि उन्हें ये कुचक्र तोड़ने का अवसर मिला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में इस योजना के तहत लगभग 30 लाख घर बने हैं और अभी नौ-10 लाख आवासों पर काम चल रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि लाखों बनते घर रोजगार के अवसर भी दे रहे हैं। मध्यप्रदेश का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में इस योजना के लिए लगभग 50 हजार से ज्यादा राजमिस्त्रियों को प्रशिक्षित किया गया, जिनमें नौ से 10 हजार महिलाएं हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्ष में इस योजना में साढ़े तीन करोड़ परिवारों का अपने घर का सपना पूरा हुआ है। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि इन घरों के साथ शौचालय, बिजली, पानी, गैस और सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ भी दिया जा रहा है।
कोरोना काल की चुनौतियों का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि पहले कोराेना और बाद में युद्ध के कारण सरकार को महंगी खाद खरीदनी पड़ रही है। इसके बाद भी सरकार किसानों को सस्ती खाद देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि 2000 रुपए से ज्यादा की खाद किसानों को 300 रुपए से भी कम में उपलब्ध कराई जा रही है।
अपने लगभग आधे घंटे के संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का करदाता भी आज संतुष्ट है कि उसका दिया हुआ पैसा किसी सार्थक कार्य में खर्च किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कई करदाता उन्हें पत्र लिखते हैं, देश का बड़ा वर्ग देश को ‘रेवड़ी कल्चर’ से मुक्ति दिलाने कमर कस चुका है।
उन्होंने कहा कि सरकार के सेवाभाव के कारण ये सभी कार्य संभव हो रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार हर तकनीक का उपयोग लोगों के जीवन को सुगम बनाने के लिए कर रही है। ड्रोन से मकानों के सर्वे हो रहे हैं।
इसी क्रम में उन्होंने कहा कि सरकार देश भर में खाद्य दुकानों को प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र के तौर पर विकसित कर रही है। यहां किसानों की जरूरत का हर सामान उपलब्ध होगा। भविष्य में वहां ड्रोन भी किराए पर उपलब्ध होंगे।