गरीबों की सेवा ईश्वरी सेवा-तोमर
मुरैना, 21 नवम्बर : केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि गरीब तपके के लोगों की सेवा करना सही मायने में मानवीयता और ईश्वरी सेवा है।
श्री तोमर ने आज यहां जाहर सिंह शर्मा जिला चिकित्सालय में तीन दिवसीय निःशुल्क नेत्र उपचार एवं मोतियाबिंद ऑपरेशन शिविर के शुभारंभ पर यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमारी ताकत का इस्तेमाल ऐसे गरीब तपके के वर्गो के लिये होना चाहिये, जो धन के अभाव में अपना उपचार नहीं करा पा रहे, ऐसे लोगों का उपचार करना ही असली मानवीयता और ईश्वरीय सेवा होगी। उन्होंने कहा कि हर सम्पन्न व्यक्ति, जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों के मन में यह प्रेरणा जाग्रत होना चाहिये कि हम लोगों का भला करें। इस दिशा में हम सभी को सोचना चाहिये। इस शिविर में कानपुर के प्रसिद्ध नेत्र विशेषज्ञ डॉ. शरद बाजपेयी के मार्गदर्शन में उनकी टीम के डॉक्टर्स ऑपरेशन करेंगे।
श्री तोमर ने कहा कि लगातार दूसरे वर्ष भी मुरैना में आई कैम्प का फायदा हो रहा है। पिछले शिविर में साढ़े 3 हजार ऑपरेशन हुये थे, इस अभियान से होने वाले ऑपरेशन का आकड़ा जुड़ जायेगा तो ऑपरेशन की संख्या और अधिक हो जायेगी। उन्होंने कहा कि हमें मुरैना जिला सहित पूरे मुरैना-श्योपुर संसदीय क्षेत्र को मोतियाबिन्द से मुक्त करना है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जिले में सवा 3 हजार के लगभग टीबी के मरीज है, जिन्हें मुफ्त में दवा दी जा रही है। वैक्सीन भी लग रही है, लेकिन भोजन में पोषणता का अभाव होने से दवा असर नहीं कर पा रही है। हमारी मानवीयता और हमारी ताकत इन निर्धन गरीबों का टीबी उपचार करके मुरैना को टीबी बीमारी से मुक्त करना यही हमारी सच्ची ईश्वरीय सेवा होगी।
श्री तोमर ने किसानों को उन्नत खेती नई टेक्नोलॉजी अपनाने पर जोर देते हुये कहा कि उन्नत खेती वही अपना रहे है, जो खेती के ज्ञानी है। ज्ञान है तो हजारो उन्नत फसलें ले रहें है। अच्छा बीज, फसलों के लिये नई टेक्नोलॉजी इस्तेमाल कर सकते है। गरीब किसानों में इस ज्ञान की किरण उन तक पहुंचे, इसके लिये नई उन्नत टेक्नोलॉजी के प्रति हमें, उन्हें जाग्रत करना होगा।
इफको के विपणन निर्देशक योगेन्द्र सिंह ने कहा कि आई कैम्प लगाने की जो जिम्मेदारी इफको को सौंपी है। उन्होंने कहा कि मुरैना जिले में कुपोषण को दूर करने के लिये सब्जियों के बीज लाखों परिवारों को वितरित किये है, जिनके उगने व हरी सब्जियां खाने से कुपोषण होगा। उन्होंने कहा कि रासायनिक उर्वरकों का उपयोग कृषक कम करें, इफको नैनो यूरिया का इस्तमाल करें। उन्होंने कहा कि रासायनिक उर्वरकों से खेती करने से 25 वर्षो के बाद धरती फसल उत्पादन के लिये शक्तिशाली नहीं रहेगी, क्योंकि यूरिया की परत पर परत जमती जायेगी और मिट्टी उपजाऊ नहीं रहेगी। नैनो यूरिया का सहारा या जैविक खाद का उपयोग करेंगे तो खेती की मिट्टी उपजाऊ बनी रहेगी, और कम लागत में अच्छी फसल प्राप्त होगी।
इस कार्यक्रम में अल्पसंख्यक वित्त विकास निगम के अध्यक्ष रघुराज सिंह कंषाना, महापौर श्रीमती शारदा सोलंकी, जिला पंचायत की अध्यक्षा श्रीमती आरती गुर्जर, इफको डायरेक्टर अरूण तोमर, कलेक्टर अंकित अस्थाना, पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी, जिला पंचायत के सीईओ डॉ. इच्छित गढ़पाले, नगर निगम कमिश्नर, सीएमएचओ, सिविल सर्जन सहित सुदूर अंचलों से नेत्र ऑपरेशन कराने आये लोग उपस्थित थे।