जनजातीय परंपरा हलमा के तहत गेंती थामी शिवराज ने
झाबुआ, 26 फरवरी : मध्यप्रदेश के जनजातीय बहुल झाबुआ जिले की यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज अपने हाथ में गेंती थामे नजर आए और उन्होंने इसके जरिए श्रमदान भी किया।
श्री चौहान सुबह झाबुआ जिले के हाथीपांवा गांव में परमार्थ की परंपरा ”हलमा” से जुड़े कार्यक्रम में शामिल हुए। श्री चौहान जब गांव में हेलीकॉप्टर से पहुंचे, तो वे हाथों में गेंती थामे हुए ही हेलीकॉप्टर से उतरे। इसी अवस्था में उन्होंने उनका स्वागत करने आए लोगों और जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की।
इस अवसर पर श्री चौहान ने मीडिया से कहा कि यह गेंती सृजन का प्रतीक है। वे प्रतिदिन पेड़ लगाने के दौरान फावड़ा उठाते हैं। लेकिन यह गेंती आज उठाकर उन्हें आनंद आया। यह सृजन के लिए है और किसान इससे गड्ढा खोदेंगे। यह किसी को गिराने के लिए नहीं, वरन पानी भरने के लिए और अन्य रचनात्मक कार्यों के लिए होगा। उन्होंने बाकायदा जमीन पर गेंती चलाकर श्रमदान किया।
श्री चौहान ने इसके बाद झाबुआ जिले में ”विकास यात्रा” के औपचारिक समापन कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने लगभग 272 करोड़ रुपयों की लागत वाले विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने इस अवसर पर आयोजित हलमा उत्सव की स्थानीय जनजातीय के लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हलमा एक अद्भुत परंपरा है। यह जल, पर्यावरण संरक्षण और धरती माता की सेवा के लिए जनजातीय समाज की सामूहिक श्रमदान करने की अनूठी परंपरा है।