डब्ल्यूटीएम रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म इंडिया अवॉईस भोपाल में: शुक्ला
भोपाल, 27 जुलाई : मध्यप्रदेश के प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट (डब्ल्यूटीएम) रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म इंडिया अवॉईस की मेजबानी भोपाल करेगा।
आधिकारिक जानकारी में श्री शुक्ला ने बताया कि इसके साथ ही मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड (एडीटीओआई एमपी चैप्टर (एसोसिएशन ऑफ डोमेस्टिक टूर ऑपरेटर्स ऑफ इंडिया) के सहयोग से ‘इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म’, यूके (आईसीआरटी) के लिए रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म पर एक अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी भी की जाएगी।
प्रमुख सचिव ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी और डब्ल्यू टी एम अवॉईस की मेजबानी पाना प्रदेश के लिए गौरवशाली पल है। 30 अगस्त से शुरू होने वाले कार्यक्रम 10 सितंबर तक चलेंगे। यूके, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस सहित विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों वाली एक आईसीआरटी टीम मध्यप्रदेश के विभिन्न गंतव्यों का दौरा करेगी। टीम का नेतृत्व आईसीआरटी के संस्थापक निदेशक और रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म पार्टनशिप के प्रबंध निदेशक (एमडी) डॉ हेरोल्ड गुडविन करेंगे।
श्री शुक्ला ने बताया कि टीम प्रदेश के समृद्ध विरासत स्थलों और ग्रामीण पर्यटन के तहत विकसित गांवों का अवलोकन करेगी। साथ ही प्रदेश के विभिन्न शहरों में ग्रामस्टे, स्थानीय भ्रमण, पारंपरिक व्यंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी शिरकत करेंगे। वे मडला में प्रोजेक्ट क्लीन डेस्टिनेशन (सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट), प्रोजेक्ट रिस्पॉन्सिबल सोवेनियर एवं ओरछा में प्रोजेक्ट हमसफर की समीक्षा भी करेंगे।
इस अवसर पर अपर प्रबंध संचालक विवेक क्षोत्रिय, डायरेक्टर (स्किल) मनोज कुमार सिंह सहित पर्यटन बोर्ड के अधिकारी उपस्थित रहें। कार्यक्रम के तहत 30 और 31 अगस्त को टीम मितावली, पड़ावली, बटेश्वर और ग्वालियर का दौरा करेगी। एक और दो सितंबर को ओरछा और आसपास के गांवों (राधापुर और लाडपुराखास ) का भ्रमण करेंगे। तीन और चार सितंबर को टीम खजुराहो, मडला, धमना और बसाटा का दौरा करेंगे। छह सितंबर को कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर भोपाल में आईसीआरटी वर्कशॉप का आयोजन किया जाएगा।
इसके अलावा सात सितंबर को डब्ल्यूटीएम (वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट) रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म इंडिया अवाईस कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर भोपाल में आयोजित किए जाएंगे। 8 व 9 सितंबर को टीम ढाबा, चेड़का, सबरवानी, मढ़ाई और पचमढ़ी सहित गांवों का दौरा करेगी। कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर के प्रांगण में 5 सितंबर से 10 सितंबर तक कला एवं शिल्प प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी।
इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म (आईसीआरटी) ऐसे प्रबुद्धजनों का एक नेटवर्क है जो केप टाउन घोषणा का समर्थन करते हैं। इसमें कई सहयोगी संगठन और संबद्ध केंद्र हैं। आईसीआरटी की स्थापना 2002 में हेरोल्ड गुडविन द्वारा पर्यटन गंतव्यों में रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म और 2002 के केप टाउन घोषणा के परिणामस्वरूप की गई थी। आईसीआरटी नेटवर्क के सदस्य रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म की अवधारणा को विकसित करने और बढ़ावा देने का प्रयास करते है।
इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म द्वारा वर्ष 2004 से वर्ल्ड रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म आवार्ड की शुरुआत की गयी। आवार्ड का उद्देश्य विश्व में रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म को बढ़ावा देना एवं लोगो/संस्थाओं द्वारा इस क्षेत्र में किये जा रहे अच्छे कार्यों के संबंध में जागरूक करना है।
वर्ल्ड रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म अवार्ड 10 विभिन्न श्रेणियों में दिया जाता है। वर्तमान तक यह अवार्ड लंदन में डब्ल्यू टी एम के कार्यक्रम में होता था। पहली बार भारत एवं सब कॉन्टिनेंट का आवार्ड लंदन से बाहर भोपाल (मध्यप्रदेश) में आयोजित किया जा रहा है। इस आवार्ड में भारत के अतिरिक्त पाकिस्तान, श्रीलंका, इंडोनेशिया, भूटान, मलेशिया एवं नेपाल इत्यादि देशों द्वारा भाग लिया जायेगा। अवार्ड के विजेता का अन्तर्राष्ट्रीय ज्यूरी द्वारा चयन किया जायेगा जिसके अध्यक्ष डॉ हेराल्ड गुडविन होंगे।
डॉ. हेरोल्ड गुडविन मैनचेस्टर मेट्रोपोलिटन यूनिवर्सिटी में इंस्टीट्यूट ऑफ प्लेस मैनेजमेंट में प्रोफेसर एमेरिटस और रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म निदेशक है। वह रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म पार्टनशिप के प्रबंध निदेशक और डब्ल्यूटीएम लंदन में अपने रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म प्रोग्राम पर वर्ल्ड ट्रैवल मार्केट के सलाहकार भी हैं। उन्होंने 4 महाद्वीपों में स्थानीय समुदायों, सरकारों और इनबाउंड और आउटबाउंड पर्यटन उद्योग के साथ काम किया है।