मोदी देश की चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस का हिमाचल से करेंगे शुभारंभ
नयी दिल्ली 12 अक्टूबर : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के ऊना एवं चंबा जाएंगे जहां वह एक औषधि उद्योग के लिए बल्क ड्रग पार्क और एक भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) राष्ट्र को समर्पित करने के साथ ही दिल्ली एवं ऊना के बीच चौथी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन करेंगे तथा चंबा में दो जलविद्युत परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार श्री मोदी 13 अक्टूबर को औषधि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए ऊना में बल्क ड्रग पार्क और एक आईआईआईटी ऊना को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ऊना हिमाचल से नयी दिल्ली जाने वाली 22447 डाउन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे।
कार्यक्रम के अनुसार सबसे पहले सुबह करीब साढ़े नौ बजे प्रधानमंत्री ऊना हिमाचल रेलवे स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे जो अपराह्न साढ़े तीन बजे नयी दिल्ली पहुंचेगी। ट्रेन में संभवत: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव भी यात्रा करेंगे। यह देश में शुरू की जाने वाली चौथी वंदे भारत ट्रेन होगी और यह अपने पूर्ववर्ती का एक उन्नत संस्करण है, जो बहुत हल्का और कम अवधि में उच्च गति तक पहुंचने में सक्षम है। यह महज 52 सेकेंड में 100 किमी/घंटा की रफ्तार पकड़ लेती है। ट्रेन की शुरूआत से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और यात्रा काे आरामदायक और तेज़ गति प्रदान करने में मदद मिलेगी।
ट्रेन रवाना करने के बाद एक सार्वजनिक समारोह में ऊना जिले के हरोली में एक बल्क ड्रग पार्क का उद्घाटन करेंगे जिसकी लागत 1900 करोड़ रुपए है। इस पार्क से एपीआई आयात पर निर्भरता कम करने में मदद मिलेगी। लगभग रु. इससे 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित करने और 20 हजार से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करने की उम्मीद है। ऊना में प्रधानमंत्री ट्रिपल आईटी के भवन को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे जिसकी आधारशिला प्रधानमंत्री ने 2017 में रखी थी। वर्तमान में इस संस्थान में 530 से अधिक छात्र अध्ययन कर रहे हैं।
इसके बाद चंबा में एक सार्वजनिक समारोह में श्री मोदी दो जलविद्युत परियोजनाओं- 48 मेगावाट की चंजू-3 पनबिजली परियोजना और 30 मेगावाट की देवथल चंजू पनबिजली परियोजना की आधारशिला रखेंगे। इन दोनों परियोजनाओं से सालाना 27 करोड़ यूनिट बिजली पैदा होगी और हिमाचल प्रदेश को लगभग 110 करोड़ रुपए सालाना के राजस्व की उम्मीद है। और राज्य में करीब 3125 किलोमीटर सड़कों के उन्नयन के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना(पीएमजीएसवाई)-3 का शुभारंभ करेंगे। इस चरण के तहत राज्य के 15 सीमा और अंतिम ब्लॉकों में 440 किमी सड़कों के उन्नयन के लिए केंद्र सरकार ने अतिरिक्त रुपये आवंटित किए हैं। 420 करोड़ मंजूर किए गए हैं।