ईओडब्ल्यू ने 14 करोड़ रुपये की साइबर वित्तीय धोखाधड़ी का पता लगाया
भुवनेश्वर, 08 जुलाई :ओड़िशा में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने एक बड़ी साइबर वित्तीय धोखाधड़ी का पता लगाया है, जिसमें एक फिनटेक कंपनी के क्यूआर कोड में हेरफेर करके 14 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की गई है।
ईओडब्ल्यू, भुवनेश्वर ने उत्तर प्रदेश के नोएडा निवासी आरोपी करण कुमार सिंह को पिछले 07 जुलाई को भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया। आरोपी को शुक्रवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम), गौतमबुद्धनगर के समक्ष पेश किया गया और कटक में ईओडब्ल्यू के लिए ओपीआईडी-सह-विशेष अदालत के तहत न्यायालय में पेश करने के लिए तीन दिन की ट्रांजिट रिमांड के आधार पर उसे भुवनेश्वर लाया गया।
ईओडब्ल्यू के सूत्रों ने कहा कि भुवनेश्वर स्थित फिनटेक कंपनी आईसर्वयू टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी संजीब कुमार परिदा की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया था।
कंपनी ने आरोप लगाया कि अप्रैल-मई-2023 के दौरान उन्होंने नोएडा स्थित कंपनी मेसर्स पेओन डिजिटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों के साथ प्रौद्योगिकी एकीकरण समझौता किया था और फिनोटेक सेवा की सुविधा के लिए डिजिटल भुगतान सेवाएं प्रदान की तथा आईसर्वयू ने व्यावसायिक उपयोग के लिए कंपनी को अपना यूपीआई, एपीआई सेवाएं भी दी थी।
आरोपी करण कुमार सिंह और उनके भाई लल्लू सिंह मेसर्स पेओन डिजिटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं। गत 19 जून को शिकायतकर्ता की कंपनी को समझौते के बाद फिनो बैंक के साथ रखे गए उनके नोडल बैंक खाते में बहुत बड़ा अंतर का पता चला है।
यूपीआई लॉग के सत्यापन पर यह पता चला कि करण सिंह और लल्लू सिंह दोनों ने क्यूआर कोड में हेरफेर करके आईसर्वयू के 14.33 करोड़ रुपये के अतिरिक्त क्रेडिट का गबन किया है और पेआउट वॉलेट से 125 से अधिक विभिन्न बैंक खातों में धोखाधड़ी से राशि को स्थानांतरित किया है।
ईओडब्ल्यू को शक है कि इस जटिल और बेहद तकनीकी मामले में कई अन्य आरोपी का हाथ हो सकता है।