एपीजे अब्दुल कलाम प्रक्षेपण यान 19 फरवरी को भरेगा उड़ान
चेन्नई 16 फरवरी : देशभर के कक्षा 06 से 12 तक के 5000 छात्रों द्वारा बनाये गये 150 पीआईसीओ उपग्रहों को लेकर डॉ़ एपीजे अब्दुल कलाम उपग्रह प्रक्षेपण यान 19 फरवरी को उड़ान भरेगा।
इस अभियान में मार्टिन फाउंडेशन ने डॉ एपीजे अब्दुल कलाम इंटरनेशनल फाउंडेशन (एकेआईएफ) और स्पेस जोन इंडिया के साथ मिलकर काम किया है। इसे तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले के एक गांव पट्टीपुलम से साउंडिंग रॉकेट के जरिए लॉन्च किया जाएगा ।
एकेआईएफ की स्थापना पूर्व राष्ट्रपति और प्रख्यात वैज्ञानिक डॉ अब्दुल कलाम के पौत्रों ने की थी। देश भर के कक्षा छठी से बारहवीं तक के 5,000 से अधिक छात्रों ने इन पीआईसीओ उपग्रहों को बनाने में सहयोग किया है जिन्हें साउंडिंग रॉकेट से लाँच किया जायेगा।
साउंडिग रॉकेट के प्रक्षेपण की सुविधा उपनगरीय इलाके केलाबक्कम में है और यही से 19 फरवरी को प्रक्षेपण यान के उड़ान भरने से 24 घंटे पहले शुरू की जायेगी। अगर माैसम साफ रहा तो सुबह साढ़े आठ बजे से साढे नौ बजे के बीच यह उड़ान भरेगा।
स्पेस ज़ोन प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और सीईओ डॉ आनंद मेगालिंगम ने यूनीवार्ता को बताया कि पूरा मिशन साढ़े आठ मिनट का होगा जिसमें हर सेकेंड का डाटा उपग्रहों द्वारा रिकॉर्ड किया जायेगा। अभियान के बाद जब उपग्रह नीचे आयेंगे तो सुरक्षित उतारने के लिए एक पैराशूट की व्यवस्था की गयी है । उपग्रहों को सुरक्षित उतारकर पूरा संचित डाटा एकत्र किया जायेगा और इन उपग्रहों को फिर से इस्तेमाल किया जायेगा। उन्होंने बताया कि क्योंकि यह मिशन एक प्राइवेट मिशन है इसलिए सभी एजेंसियों से इसके लिए अनुमति ले ली गयी है।
डॉ आनंद मेगालिंगम ने बताया कि यह स्पेस जोन का दूसरा मिशन होगा। पहला मिशन 07 फरवरी, 2021 को लॉन्च हुआ था जिसके तहत देश भर के 1,000 छात्रों द्वारा विकसित 100 छोटे उपग्रहों जिन्हें फेम्टो उपग्रह कहा जाता है ,को लाँच किया गया था।