सिख संगठनों के विरोध के बीच पंजाब में माहौल शांतिपूर्ण
जालंधर 19 मार्च : पंजाब पुलिस द्वारा शनिवार को खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान का कुछ स्थानों पर सिख संगठनों की ओर से विरोध प्रदर्शन के अलावा राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से नियंत्रण में है।
जालंधर में पुलिस आयुक्त कुलदीप सिह चाहल के नेतृत्व में पुलिस ने कानून व्यवस्था को कायम रखने के लिए शहर में आज फ्लैग मार्च किया। जिले के सभी निकासी रास्तों पर पुलिस नाकाबंदी कर वाहनों की गहन तलाशी ली जा रही है। सिख संगठनो द्वारा चार नंबर पुलिस थाना के समक्ष धरना लगा कर अमृतपाल सिंह पर पुलिस कार्रवाई का विरोध किया। इसके अलावा मोहाली सहित कुछ एक स्थानों पर सिख संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
गौरतलब है कि शनिवार को अमृतपाल पर पुलिस कार्रवाई का समाचार फैलते ही सैकड़ों निहंग सिख तलवारें, भाले और लाठियां लेकर सोहाना में सिंह शहीदां गुरुद्वारे पहुंचे और पुलिस तथा आप सरकार के खिलाफ नारे लगाए। सशस्त्र प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी बहस हुई, लेकिन स्थिति नहीं बिगड़ी।
धरने के कारण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का रास्ता वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है, जिससे लोगों को वैकल्पिक मार्ग अपनाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से नाकाबंदी हटाने को कहा ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े लेकिन प्रदर्शनकारी अड़े रहे। कुछ प्रदर्शनकारियों ने कहा, ‘अमृतपाल सिंह और उनके समर्थकों की रिहाई के बाद ही विरोध समाप्त होगा।’ प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ने पर पुलिस ने और बल बढ़ा दिया।
मोहाली-चंडीगढ़ सीमा के पास वाईपीएस क्रॉसिंग पर, कौमी इंसाफ मोर्चा के सदस्यों ने एक विरोध मार्च निकाला। पंजाब सरकार द्वारा इंटरनेट बंद किए जाने के कारण लोगों को मीडियाकर्मियों और पुलिस से फोन पर स्थिति के बारे में पूछते देखा जा सकता है। धरना स्थलों पर तैनात अर्धसैनिक बल मीडिया को कवरेज से रोक रहे हैं। चंडीगढ़-मोहाली बॉर्डर पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई। चंडीगढ़ पुलिस पहले से ही हाई अलर्ट पर है और उसने मोहाली बॉर्डर पर अपनी ओर से और पुलिस तैनात कर दी है। खबर लिखे जाने तक किसी तरह की अप्रिय घटना की खबर नहीं थी।
खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के खिलाफ शनिवार को शुरू किए गए ऑपरेशन के दौरान अब तक कुल 78 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कई अन्य को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल को भगौड़ा करार दे दिया है और उसकी तलाश में रविवार को भी छापेमारी की जा रही है।
जानकारी देते हुए पंजाब पुलिस के आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि शनिवार दोपहर को पुलिस ने जालंधर जिले के शाहकोट-मलसियान रोड पर वारिस पंजाब दे के सात लोगों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि अमृतपाल सिंह सहित कई अन्य फरार हैं और उन्हें पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया गया है। पुलिस ने राज्यव्यापी अभियान के दौरान अब तक एक .315 बोर राइफल, 12 बोर की सात राइफल, एक रिवॉल्वर और विभिन्न कैलिबर के 373 जिंदा कारतूस सहित नौ हथियार बरामद किए गए हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि आपराधिक अपराधों में शामिल सभी व्यक्तियों से कानून के अनुसार निपटा जाएगा और पुलिस द्वारा वांछित सभी व्यक्तियों को कानून की प्रक्रिया के लिए खुद को पेश करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कानूनी रक्षा के उनके संवैधानिक अधिकारों की रक्षा की जाएगी। इस बीच, सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे फेक न्यूज और अफवाहों पर ध्यान न दें। राज्य में स्थिति पूरी तरह स्थिर है। राज्य में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के लिए शरारतपूर्ण गतिविधियों में लिप्त सभी व्यक्तियों के साथ सख्ती से निपटा जाएगा।
इससे पहले शनिवार को दिन भर अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने की सूचना रही लेकिन अभी तक किसी भी बड़े अधिकारी ने इसकी पुष्टी नहीं की है।