एसजीपीसी अध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा और आरएसएस कर रही हस्तक्षेप:धामी
अमृतसर, 04 नवंबर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि एसजीपीसी अध्यक्ष पद के लिए नौ नवंबर को होने वाले चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की ओर से सीधे तौर पर दखलअंदाजी की जा रही है और सदस्यों को उनके उम्मीदवार के पक्ष में वोट डालने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
श्री धामी ने शुक्रवार को कहा कि अल्पसंख्यक आयोग हमेशा ही अल्पसंख्यकों की बात करता रहा है, लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि अल्पसंख्यक कमीशन का अध्यक्ष अटवाल सिंह लालपुरा एसजीपीसी सदस्यों के साथ बैठक कर यह बात कह रहे हैं कि इस बार शिरोमणी अकाली दल की ओर से नामांकित किए गए उम्मीदवार को हराना है, जिससे साफ जाहिर है कि भाजपा और आरएसएस धार्मिक संस्था में दखलअंदाजी कर गुरुद्वारों पर कब्जा करना चाह रही है। उन्होंने कहा कि यह भी सूचना मिली है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए नेता एजीपीसी के सदस्यों के साथ संपर्क कर रहे हैं और उन्हें उनकी कीमत लगा रहे हैं। सीधे तौर पर ऐसे सदस्यों को कह रहे हैं कि बताया जाए उनका क्या दाम लगाया जाए।
एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा, “ जो नेता यह सब कुछ कर रहे हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या वह सिख सिद्धांतों को या सिखी को मानते हैं तो अकाली दल में शामिल हो जाए, जबकि यह लोग सीधे तौर पर शिरोमणि अकाली दल और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को तबाह करने की कोशिश करने में लगे हुए हैं, जिसे खालसा पंथ कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगा। ”
उन्होंने कहा कि यह सिखों का अंदरूनी मामला है। इसमें कोई भी अन्य जालसाजी करने की कोशिश न करें। वहीं उन्होंने पूर्व प्रधान बीबी जागीर कौर से अपील करते हुए कहा कि यह समय पंथ को मजबूत करने का है, इसलिए उनसे निवेदन है कि वह एक साथ मिलकर पंथ को मजबूत करने के लिए काम करें। आपसी मनमुटाव को बैठकर हल कर लिया जाएगा जबकि वह पार्टी और एसजीपीसी को तोड़ने का प्रयास कर रही हैं इसलिए एकजुट होना चाहिए।