उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद ने सदन में रखा 77407.08 करोड़ का बजट
भराडीसैंण 15 मार्च : उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बुधवार को वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए 77407.08 करोड़ का अनुमानित बजट सदन के पटल पर प्रस्तुत किया।
भोजनावकाश के बाद वह नेता सदन पुष्कर सिंह धामी के साथ बजट की प्रति लेकर सदन में पहुंचे।
गड़वाली भाषा में अपने बजट भाषण का शुभारंभ करते हुए उन्होंने प्रदेशवासियों को लोक पर्व फूलदेई की बधाई दी।
वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार मजबूत इरादों के साथ, सतत रूप से राज्य के विकास और जनकल्याण को समर्पित है। हमारी मंजिल सशक्त उत्तराखण्ड है। हम सही दिशा में है। कर्तव्यपथ पर गतिमान है। ‘अग्रणी उत्तराखंड’ हमारी सरकार का विकल्प रहित संकल्प है। हमारे प्रयास फलीभूत होंगे।
श्री अग्रवाल ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल प्राप्तियाँ रू. छिहत्तर हजार पांच सौ बयानबे करोड़ चौवन लाख (रू. 76592.54 करोड़) अनुमानित हैं। जिसमें रू. सत्तावन हजार सत्तावन करोड़ छब्बीस लाख (रू. 57057.26 करोड़) राजस्व प्राप्तियाँ तथा रू. उन्नीस हजार पांच सौ पैंतीस करोड़ अठ्ठाइस लाख (रू. 19535.28 करोड़) पूंजीगत प्राप्तियाँ है।
वित्त मंत्री ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में राजस्व प्राप्तियों में कर राजस्व रू. एकतिस हजार चार सौ दो करोड़ अड़तालिस लाख (रू. 31402.48 करोड़ रूपये है जिसमें केन्द्रीय करों में राज्य का अंश रू. ग्यारह हजार चार सौ उन्नीस करोड़ अस्सी लाख (रू. 11419.80 करोड़) सम्मिलित है। उन्होंने बताया कि राज्य के स्वयं के स्रोतों से कुल अनुमानित राजस्व प्राप्ति रू. चौबीस हजार सात सौ चौवालिस करोड़ एकतिस लाख (रू. 24744.31 करोड़) में कर राजस्व रू. उन्नीस हजार नौ सौ बयासी करोड़ अड़सठ लाख (रू. 19982.68 करोड़) तथा करेत्तर राजस्व रू. चार हजार सात सौ इकसठ करोड़ तिरसठ लाख (रू. 4761.63 करोड़) अनुमानित है।
वित्त मंत्री श्री अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2023-24 में कुल व्यय रू. सतत्तर हजार चार सौ सात करोड़ आठ लाख (रू. 77407.08 करोड़) अनुमानित है। कुल व्यय में रू. बावन हजार सात सौ सैंतालिस करोड़ एकहत्तर लाख (रू. 52747.71 करोड़) राजस्व लेखे का व्यय है तथा रु. चौबीस हजार छः सौ उनसठ करोड़ सैंतीस लाख (रू. 24659.37 करोड़) पूंजी लेखे का व्यय है। उन्होंने बताया कि समेकित निधि में घाटा / सरप्लस:वर्ष 2023-24 के बजट में कोई राजस्व घाटा अनुमानित नहीं है, बल्कि रू. चार हजार तीन सौ नौ करोड़ पचपन लाख (रू. 4309.55 करोड़) का राजस्व सरप्लस सम्भावित है एवं रू. नौ हजार छियालीस करोड़ एक्यानबे लाख (रू. 9046.91 करोड़) का राजकोषीय घाटा होने का अनुमान है, जोकि सकल राज्य घरेलू उत्पाद का 2.72 प्रतिशत् है।
उन्होंने बताया कि लोक लेखा से समायोजनः वर्ष 2023-24 में समेकित निधि का घाटा पूरा करने के लिए रू. छः सौ करोड़ (रू. 800.00 करोड़) लोक लेखा से समायोजित किये जायेंगे। शेष: वर्ष 2023-24 के अनुमानित प्रारम्भिक शेष रू. एक सौ पैंतालीस करोड़ छाछठ लाख रू. 145.66 करोड़ तथा वर्ष की प्राप्तियों एवं व्यय पश्चात् अन्तिम शेष रू. एक सौ एक्यासी करोड़ ग्यारह लाख (181.11 करोड़) धनात्मक रहना अनुमानित है।