इसरो ने गगनयान के चालक दल के बचने के तंत्र का सफलतापूर्वक परीक्षण किया
चेन्नई, 11 अगस्त : भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने उस समय मील का पत्थर साबित होने वाली एक और उपलब्धि हासिल की जब इसने अपने पहले मानवयुक्त गगनयान मिशन के लिए चालक दल के सदस्यों के बचने वाले तंत्र ( क्रू एस्केप सिस्टम )का लो एल्टीट्यूड एस्केप मोटर (एलईएम) का सफलतापूर्वक संचालन किया।
इसरो सूत्रों ने आज कहा कि कल श्रीहरिकोटा में गगनयान में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर क्रू एस्केप के एलईएम का सफलतापूर्वक परीक्षण करने की परियोजना पूरी हो गई।
सीईएस तंत्र अनहोने घटना होने पर गगनयान मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों को यान से अलग कर देता है और उन्हें बचा लेता है। यदि उड़ान के शुरुआत में मिशन नाकामयाब हो जाता है तो चालक दल को बचाने वाले तंत्र को एलइएम जरुरी वेग प्रदान कर देता है ताकि वह प्रक्षेपित वाहन से अलग हो सके।
एलईएम एक विशिष्ट प्रयोजन ठोस रॉकेट मोटर है जिसमें चार रिवर्स प्रवाह नलिकाएं और 842 किलोनॉट (नाममात्र) का अधिकतम समुद्र स्तर वेग उत्पन्न करता है और जलने में 5.98 सेकेंड (नाममात्र) का समय लेता है।
इसरो ने कहा , “पारंपरिक रॉकेट मोटर्स में पिछले छोर के विपरीत एलईएम का नोजल सिरा प्रक्षेपित किये जाने वाले वाहन के अगले सिरे पर लगा होता है ताकि यान के बारह निकलने वाली आग से इसे बचाया जा सके। इस परीक्षण का मुख्य उद्देश्य बैलिस्टिक मोटर और अन्य पैरामीटर का मूल्यांकन करना था।”