केरल विस सत्र राज्यपाल के नीति अभिभाषण के संबोधन से शुरू
तिरुवनंतपुरम, 23 जनवरी : केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने सोमवार को यहां नीति अभिभाषण संबोधन के साथ 15वीं विधनासभा का आठवां सत्र शुरू किया।
इस बजट सत्र का समापन 33 दिनों के बाद 30 मार्च को होगा। राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस 25 जनवरी, एक और दो फरवरी को होगी। इसके अलावा वित्त मंत्री केएन बालगोपाल तीन फरवरी को बजट पेश करेंगे। बजट पर छह से आठ फरवरी तक तीन दिन चर्चा चलेगी।
राज्यपाल के विधानसभा पहुंचने पर मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष एएन शमसीर ने उनका स्वागत किया।
श्री खान ने अपने संबोधन में कहा कि संविधान ने संघ और राज्यों को विधायी स्थान प्रदान किया है और इसलिए राज्यों के विधायी क्षेत्र में किसी तरह की दखलंदाजी एक सहकारी संघीय व्यवस्था के लिए सही नहीं है। उन्होंने कहा, “हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था के सुचारू परिचालन के लिए व्यवस्था में नियंत्रण और संतुलन का सावधानीपूर्वक पालन किया जाना चाहिए। विधानसभाएं लोगों की इच्छा का प्रतिनिधित्व करती हैं और कानून की भावना तथा विधायिका की मंशा की रक्षा करनी होगी।”
राज्यपाल ने कहा कि उनकी सरकार संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, जो वर्तमान में कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। श्री खान ने कहा धार्मिक, भाषाई और अन्य क्षेत्रों में आधिपत्य की प्रवृत्ति एक मजबूत लोकतंत्र के निर्माण में बाधा डालती है। लोकतंत्र अपनी एकता को मजबूत करने के लिए विविधता का सम्मान करता है। उन्होंने कहा कि इसलिए लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता, बहुलतावादी मूल्यों और संघवाद हमारी राष्ट्रीय एकता की महत्वपूर्ण नींव है और संविधान के मूल ढांचे के हिस्से की रक्षा के लिए विशेष प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।
विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के सदस्यों ने कई गंभीर भ्रष्टाचार और प्रशासनिक मामलों पर उनके बीच राजनीतिक समझौते का आरोप लगाते हुए सदन में राज्यपाल और मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की।