स्टालिन ने मछुआरों की रिहाई के लिए मोदी को लिखा पत्र
चेन्नई, 23 मार्च : श्रीलंका की नौसेना द्वारा तमिलनाडु के मछुआरों की लगातार गिरफ्तारी की घटनाओं के मद्देनजर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने राज्य के 28 मछुआरों की रिहाई और उनकी मछली पकड़ने वाली नौकाओं को छुड़वाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के व्यक्तिगत हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।
श्री स्टालिन ने श्रीलंका के नौसेना द्वारा एक अन्य मामले में राज्य के 12 मछुआरों को उनकी दो मशीनीकृत मछली पकड़ने वाली नौकाओं के साथ पकड़े जाने की घटना को लेकर प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा, “इस साल श्रीलंकाई नौसेना द्वारा राज्य के अब तक 28 मछुआरों सहित उनकी मछली पकड़ने वाली चार नौकाओं को पकड़ा गया है, जो कि बेहद निराशाजनक वाक्या है। हमारे मछुआरे श्रीलंकाई नौसेना के उत्पीड़न का शिकार हो रहे हैं।
उन्होंने कहा, “तमिलनाडु सरकार द्वारा हमारे मछुआरों की गिरफ़्तारी की ऐसी घटनाओं की संख्या बढ़ने के मामले पर प्रकाश डालते हुए इसके विरोध में कई पत्र भेजे जानना बदस्तूर जारी है। उन्होंने कहा कि पाक की खाड़ी में राज्य के मछुआरों के मछली पकड़ने के अधिकारों के उल्लंघन के श्रीलंकाई नौसेना के बार-बार के प्रयासों को केन्द्र सरकार द्वारा ठोस प्रयासों के माध्यम से स्थायी रूप से समाप्त किया जाना चाहिए।”
श्री स्टालिन ने कहा, “मेरा मानना है कि इस संबंध में तत्काल ठोस और समयबद्ध योजना तैयार की जा सकती है और अब तक तमिलनाडु की 104 मछली पकड़ने वाली नौकाएं श्रीलंका के कब्जे में हैं और मछली पकड़ने वाली पांच नौकाएं जिन्हें श्रीलंका ने छोड़ा था, उन्हें अभी भारत वापस लाया जाना है। मछुआरों की आजीविका पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है क्योंकि यही उनकी आजीविका का एकमात्र साधन हैं।
मुख्यमंत्री ने बताय़ा कि इसके अलावा, 16 भारतीय मछुआरे पहले से ही श्रीलंका की जेलों में बंद हैं। उन्होंने कहा, “इन परिस्थितियों में, मैं इस मामले में आपके (प्रधानमंत्री) व्यक्तिगत हस्तक्षेप का आग्रह करता हूं और साथ ही अनुरोध करता हूं कि संबंधित अधिकारियों को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा पकड़े गए सभी 28 मछुआरों की सुरक्षित रिहाई और उनकी मछली पकड़ने वाली नौकाओं को छुड़वाने के लिए प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया जाए।”