मैसूर में फर्जी नाम से रह रहा था आरोपी
मैसूर/शिवमोगा 21 नवंबर : कर्नाटक पुलिस ने मेंगलुरु विस्फोट मामले में रविवार को एक आरोपी के घर की तलाशी ली और विस्फोटक समेत कई सामग्री जब्त की। वह मैसूर के लोकनायक नगर, मेटागल्ली में फर्जी नाम से रह रहा था।
तलाशी के घंटों बाद, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की चार सदस्यीय टीम जांच के लिए मैसूर पहुंची। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी और बम निरोधक दस्ते की टीमें भी बेंगलुरु से आई थीं। मैसूर पुलिस की मदद से मंगलुरु पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चलाया।
आरोपी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पर एक कमरे में 1800 रुपए प्रतिमाह किराए पर रह रहा था। पुलिस को उसके घर से विस्फोटक और सर्किट मिले हैं जो विस्फोट कर सकते हैं। आरोपी की नई पहचान बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए कई फर्जी दस्तावेज भी जब्त किए गए। हालांकि, वरिष्ठ अधिकारी विवरण के बारे में चुप्पी साधे हुए।
मैसूर जिले के प्रभारी मंत्री एसटी सोमशेखर ने पुलिस आयुक्त रमेश बनहोट के साथ बैठक की और उनसे जिले में सुरक्षा कड़ी करने को कहा। मंत्री ने कमिश्नर को निर्देश दिया है कि मैसूरु में कोई खतरा नहीं होने के बावजूद अपने बल को अलर्ट पर रखा जाए।
राज्य के गृह मंत्री अरगा ज्ञानेंद्र ने शिवमोगा में कहा मेंगलुरु में बढ़ती आतंकी गतिविधियां चिंताजनक हैं।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक पुलिस ने मामले को सुलझाने के लिए केंद्र से मदद मांगी है। उन्होंने कहा,“मेंगलुरु पुलिस ने इस घटना की जांच तेज कर दी है, जिसकी जड़ें व्यापक हैं और आतंकवादी संगठनों से जुड़ी हुई हैं। हम दो दिनों में विवरण का खुलासा करेंगे।” उन्होंने कहा कि तटीय कर्नाटक पिछले कई वर्षों से आतंकवादी संगठनों का लक्ष्य रहा है।