दिल्ली-एनसीआर में टीबी उन्मूलन के लिए जुड़ेगें निजी अस्पताल
नयी दिल्ली, 03 मार्च : दिल्ली- एनसीआर में निजी अस्पताल राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम से जुड़ेंगे जिससे सरकारी इलाज को समाज के सभी वर्गों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में केंद्रीय टीबी विभाग के उप महानिदेशक राजेंदर पी. जोशी ने एक सेमिनार में इसकी घोषणा की। इस अवसर पर टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में निदेशक डॉ. बोरनली दत्ता और निजी अस्पताल श्रृंखला के प्रमुख एवं प्रबंध निदेशक डॉ. नरेश त्रेहान उपस्थिति थे। इस कार्यक्रम में एसई एशिया, इंटरनेशनल यूनियन अगेंस्ट ट्यूबरकुलोसिस एंड लंग डिज़ीज़ के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. कुलदीप सचदेवा भी शामिल थे।
सेमिनार का उद्देश्य निजी अस्पतालों को टीबी स्क्रीनिंग में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करना और क्षेत्र में टीबी देखभाल की सेवाओं की कमी दूर करने में मदद करना है।
सेमिनार में केंद्रीय टीबी विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा निजी अस्पतालों और राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के तहत अपोलो मेडिकल कॉलेज, यशोदा सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल, अमृता हॉस्पिटल एवं कई अन्य अस्पतालों के प्रतिनिधियों ने विचार-विमर्श किया।
श्री जोशी ने कहा कि टीबी के इलाज की दिशा में काफी प्रगति की है, लेकिन इलाज ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच पहुँचाने के लिए निजी अस्पतालों के साथ भागीदारी में ‘मल्टी-स्टेकहोल्डर मॉडल’ के साथ काम करना होगा। निजी अस्पतालों के साथ समझौता वर्ष 2025 तक टीबी उन्मूलन का राष्ट्रीय लक्ष्य पाने की ओर एक बड़ा कदम है।