लंपी वायरस के लक्षण के बाद केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में अलर्ट जारी
भरतपुर 30 सितम्बर : राजस्थान में भरतपुर के विश्वविख्यात केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में तीन गायों में लंपी वायरस के लक्षण पाए जाने के बाद वर्ल्ड हेरिटेज श्रंखला के इस राष्ट्रीय उद्यान में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
हालांकि केवलादेव नेशनल पार्क में किसी भी अन्य जानवर में लंपी वायरस के लक्षण दिखाई नही दिए है लेकिन गाय के साथ अन्य जानवरों को भी लंपी वायरस द्वारा अपनी चपेट में लेने की मिल रही सूचनाओं के बाद घना पक्षी विहार के कर्मचारी लगातार घने के अंदर रहने वाले जानवरों चीतल, हिरण, नीलगाय, सहित अन्य जानवरों पर नजर बनाए हुए हैं। करीब 15 दिन पहले घना पक्षी विहार के अंदर लंपी वायरस के लक्षण वाली तीन गायों को भी नगर निगम की गौशाला में बने आइसोलेशन वार्ड में आइसोलेट कर दिया गया है।
केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी उद्यान के वन अधिकारी अभिमन्यु सहारण ने बताया है की लंपी वायरस गायों में ही देखने को मिल रहा है। नेशनल पार्क का स्टाफ सुबह शाम गश्त कर रहा है। पूरी तरह से निगरानी रखी जा रही है कि केवलादेव नेशनल पार्क में किसी भी जानवर में लंपी वायरस के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत उन्हें आइसोलेट किया जा सके। इस मामले में पशुपालन विभाग ने भी केवलादेव नेशनल पार्क को पूरी मदद करने का आश्वासन दिया है। वन अधिकारी ने बताया है कि पार्क में दो तीन गाय में ही लंपी वाइस के अलावा लंपी स्किन डिजीज का कोई भी संक्रमित जानवर नजर नहीं आया है।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. गजेन्द्र सिंह चाहर ने बताया है कि जिले में लंपी स्किन डिजीज का पीक लेवल चल चल रहा है। भरतपुर जिले में अब तक 15190 गोवंश लंपी वायरस से संक्रमित पाए गए थे। पशुपालन विभाग द्वारा इलाज करने पर 6830 गोवंश ठीक हो गए। जिले में 915 गोवंश की मौत हो चुकी है। बताया गया है कि अगले सात दिन में जिले में सभी गोवंश को गोट पॉक्स वैक्सीन गाइडलाइन के हिसाब से लगा दी जाएगी।