पूर्व सैनिकों और वीरांगनाओं के पेंडिंग मामलों पर से चर्चा : जसोल
अलवर 18 अक्टूबर : राजस्थान में सैनिक सलाहकार समिति के अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह जसोल ने बताया कि (आज) पूर्व सैनिकों और वीरांगनाओं के पेंडिंग मामलों पर एवं सुधार पर विस्तार से चर्चा की गई।
पूर्व सांसद श्री जसोल ने बताया कि अलवर ही नहीं पूरे राजस्थान में आर्म्स लाइसेंस के रिनिव को लेकर परेशानी आ रही है क्योंकि ज्यादातर सैनिकों की नौकरी बाहर होती है और वह बाहर से लाइसेंस बनवा कर लाते हैं लेकिन वर्ष 2019 में भारत सरकार ने इस पर पाबंदी लगाई है तो अब नियमों को सरलीकरण करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे उनके लाइसेंस रिन्यू कराने में कोई परेशानी नहीं हो।
उन्होंने बताया कि वीरांगनाओं और पूर्व सैनिकों को पहले कारगिल वार में अनुकंपा नौकरी दी जाती थी लेकिन अब सन 1965 एवं उसके बाद के युद्ध के वीरांगना और उनके आश्रितों को अनुकंपा नौकरी दी जाएगी। इसका सितंबर में गजट नोटिफिकेशन जारी हो गया है और यह सैनिकों के हित में बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने बताया कि अलवर जिले में अभी कोई अनुकंपा की फाइल पेंडिंग नहीं है।
श्री जसोल आज अलवर पहुंचे जहा उन्होंने कंपनी बाग स्थित जिला सैनिक कल्याण कार्यालय का निरीक्षण कर यहां मोजूद संबंधित अधिकारियों से कामकाज के बारे में जानकारी जुटाई। उसके बाद वह जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने जिला कलेक्टर से मुलाकात कर जिला कलेक्टर सभागार में जिला सैनिक कल्याण बोर्ड की बैठक ली इस बैठक में भूतपूर्व सैनिकों के साथ होने वाली परेशानियों को लेकर और भूतपूर्व सैनिकों के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में विस्तृत रूप से चर्चा की गई।