अलवर में प्याज के भाव नहीं मिलने से किसान हुए निराश
अलवर 24 दिसंबर : राजस्थान के अलवर में प्याज उत्पादक किसान प्याज के भाव नहीं मिल पाने से काफी निराश और चिंतित हैं।
प्याज के भाव नहीं बढ़ने के कारण किसानों को उनकी लागत भी नहीं निकल पा रही है लेकिन किसानों को मजबूरी में प्याज का बेचान करना पड़ रहा है। बाहर के व्यापारी प्याज लेने के लिए अलवर की मंडी में आए हुए हैं और रोजाना कई गाड़ियां अलवर से बाहर जा रही हैं। मंडी में रोजाना करीब 35 से 40 हजार प्याज के कट्टे आ रहे हैं।
गुमटी का बास निवासी प्याज उत्पादक किसान रूप सिंह ने बताया कि आज वह मंडी में प्याज लेकर आए लेकिन भाव 375 से 540 रुपए प्रति मन बिक रहे हैं। उन्होंने 12 बीघा में प्याज बोई थी। प्याज खराब हो गई। लागत निकल नहीं रही है। प्याज के भाव लगातार नीचे जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि अलवर की प्याज में रोग लग गया है। इस कारण प्याज की क्वालिटी पर असर पड़ा है। इसी तरह किसान रहमान ने बताया कि उसकी प्याज करीब 400 रुपए प्रति मन बिकी है ।भाव नहीं है, इससे नुकसान हो रहा है। एक बीघा प्याज प्याज बोने में करीब तीस हजार रुपए का खर्च आता है लेकिन उससे आधा ही लागत में प्याज बिक रही है। उन्होंने सरकार से प्याज बढ़ाने प्याज के दामों को बढ़ाने की भी मांग की।
उधर झारखंड से प्याज खरीदने आए व्यापारी नूर मोहम्मद ने बताया कि उनको अलवर से तीन गाड़ियां प्याज लेकर जानी है वह एक तरीके से रिस्क ले रहे हैं। अलवर की प्याज सस्ती होने के कारण यहां से प्याज खरीदी जा रही है जैसे चाइना का माल सस्ता होता है। लेकिन इस प्याज को ज्यादा दिन स्टोरेज करके नहीं रखा जा सकता। यह खराब जल्दी हो जाती है। इसलिए इसको जल्दी ही बेचना पड़ता है। उन्होंने बताया कि वह इस प्याज को सिलीगुड़ी, बिहार सहित कई क्षेत्रों में भेजते हैं ।
इसी तरह सीकर निवासी व्यापारी कैलाश श्रीमाधोपुर ने बताया कि अलवर की प्याज की गुणवत्ता ठीक है लेकिन इस बार क्वालिटी थोड़ी कम है। अलवर ज्यादा नजदीक पड़ता है भाड़ा भी कम लगता है इसलिए हम इस प्याज को यहां से ले जाते हैं यहां से तीन चार गाड़ी प्रतिदिन ले जाते हैं और उसको जल्दी बेच देते हैं।
अलवर की प्याज सोलह राज्यों जाती है लेकिन इस बार प्याज के भाव नहीं बढने से अलवर के प्याज किसानों की चिंता बढ़ गई हैं।