राजस्थान

बारां में हुई बारिश से सोयाबीन, उड़द खराबे से चिंतित हुए किसान

बारां 09 अक्टूबर : राजस्थान के बारां जिले में पिछले दिनों हुई बेमौसम बारिश से खेत में खड़ी सोयाबीन, उड़द, धान, मक्का की फसलों में हुए खराबे से किसान चिंतित हैं।

बारां जिले में पिछले दिनों से जारी बारिश की वजह से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। कई जगह पर बारिश की वजह से किसानों की फसल मंडियों और खेतो में भीग गई है।

कृषि विभाग के अनुसार जिले में अभी करीब 50 प्रतिशत से अधिक सोयाबीन की कटाई हो चुकी है और उड़द की कटाई पूरी होने वाली थी। जबकि कई जगह फसल पककर खड़ी है, कहीं कटकर खेतों में रखी हुई है।

बारां उपनिदेशक, कृषि अतिश कुमार शर्मा ने बताया कि विभाग की ओर से सभी कृषि अधिकारियों से फसलों को हुए नुकसान की रिपोर्ट ली जा रही है।

इस बीच किसान महापंचायत प्रदेश के संयोजक सत्यनारायण सिंह की अगुवाई में खडी एवं कटी हुई फसलों का नुकसान का खेतवार सर्वे करवाने को लेकर कृषि उपनिदेशक कृषि विस्तार को ज्ञापन दिया है।

ज्ञापन में बताया कि बारां जिले की सभी तहसीलों में सोयाबीन कटाई एवं थ्रेसिंग के समय अचानक पांच अक्टूबर से हो रही बरसात से फसलों में नुकसान हुआ है। जिले के कई क्षेत्रों व गांवों में तेज बरसात से खेतों में पानी भर जाने से फसलें सडने लगी है।

बारां- अटरू विधायक पानाचंद मेघवाल ने बारां जिले मे लगातार हो रही भारी वर्षा से बिगड़े हालातों के संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अवगत करवाया है। उन्होंने तेज बारिश से हुए नुकसान का जल्द सर्वे करवा करवाकर मुआवजे देने की माग की है।

उधर, किसान सभा प्रदेश उपाध्यक्ष दुलीचंद बोरदा, ज़िला उपाध्यक्ष नंदलाल धाकड एवं ज़िला सचिव हंसराज चौधरी ने बताया कि कोटा संभाग में बेमौसम बरसात ने किसानों की फ़सल को भारी नुक़सान पहुँचाया है। किसान नेताओं ने बताया कि ख़रीफ़ फ़सल में अतिवृष्टि एवं बेमौसम वर्षा से संभाग में सोयाबीन, उड़द, धान व मक्का की फसलें बड़े पैमाने पर नष्ट हुई हैं, इससे किसानों की लगभग 1500 करोड़ रुपये की फसलें बर्बाद हुई हैं।

उन्होंने मांग की है कि ज़िला प्रशासन एवं कृषि विभाग पटवारी तथा कृषि विभाग के सर्वे के मुताबिक़ किसानों को समूची बीमित फसलों का मुआवजा दिलाने हेतु समुचित करवाई करें।

Related Articles

Back to top button