राजस्थान

रोडवेज बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना आधी अधूरी

झुंझुनू,17 दिसंबर : राजस्थान में राजस्व में बढ़ोतरी एवं अन्य घटनाओं में रोक के लिए रोडवेज बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना अभी आधी-अधूरी है।

कुछ साल पहले रोडवेज बसों में लगाए गये कैमरों का अता-पता नहीं है। कुछ गायब हो चुके हैं तो कुछ बंद पडे़ हैं। इसके चलते बसों की निगरानी नहीं हो पा रही है। मॉनिटरिंग के अभाव में रोडवेज की यह महत्वपूर्ण योजना खटाई में पड़ती नजर आ रही है। इसका बड़ा कारण रोडवेज प्रबंधन की अनदेखी है। इससे रोडवेज बसों में निगरानी का प्रबंधन के पास कोई तरीका नहीं रहा। राजस्थान में रोडवेज की बसों का पिछले लंबे समय से यही हाल है।

रोडवेज मुख्यालय की ओर से राजस्व में सेंध और बसों में होने वाली घटनाओं पर अंकुश लगाने के करीब पांच साल पहले प्रदेश भर में करीब 2500 रोडवेज बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। इसके लिए मुख्यालय स्तर पर ही एक निजी कम्पनी को बसों में सीसीटीवी कैमरा लगाने और उनकी मॉनिटरिंग का जिम्मा सौंपा गया था। लेकिन रोडवेज प्रशासन की अनदेखी के कारण बसों में लगे ये कैमरे या तो बंद पड़े हैं, तो कई बसों में से कैमरे ही गायब हो गए हैं।

कैमरे लगाए जाने के बाद कुछ माह तक तो रोडवेज बसों में निगरानी हुई। उसके बाद धीरे-धीरे हालात पुराने ढर्रे पर आ गए। स्थिति यह हो गई जिन भी बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे वे सभी खराब पड़े हैं। कैमरों की मॉनिटरिंग के लिए अनुबंधित कंपनी की ओर से लगाए कर्मचारी भी सही तरीके से काम नहीं कर पाए। ऐसे में योजना पर खर्च लाखों रुपए व्यर्थ चले गए।
झुंझुनू आगार के मुख्य प्रबंधक राकेश कुमार ने इस बाबत बताया कि रोड़वेज बसों में 2017 में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। मॉनिटरिंग नहीं होने से कैमरे खराब हो चुके हैं। इस संबंध में हैड ऑफिस में लेटर लिखा गया है। आदेश मिलने के बाद रिपेयरिंग की जाएगी। नए सिरे से बसों में सीसीटीवी कैमरों की मॉनिटरिंग की जाएगी।

Related Articles

Back to top button