राजस्थान

सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मकर सक्रांति महोत्सव का समापन

कोटा, 16 जनवरी : राजस्थान में कोटा के कर्मयोगी सेवा संस्थान की ओर से आयोजित मकर संक्रांति महोत्सव का रंगारंग सांस्कृतिक आयोजन के साथ समापन हो गया।

चार दिवसीय कार्यक्रम की श्रंखला में नयापुरा में अंतिम दिन रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कलाकारों ने अपनी लोक कलाओं का प्रदर्शन कर दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम में शहर की गलियों में घूम-घूम कर कचरा-पन्नी बीन कर अपना रोजगार जुटाने एवं भिक्षा मांग कर गुजारा करने वाले परिवारों के आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में 50 वर्षीय दिव्यांग मनोहर जो कि बचपन से ही शहर में भीख मांग कर गुजारा कर रहा है, ने- “मैं शायर तो नहीं मगर ए हसी” गीत की शानदार प्रस्तुति दी।

इसके पहले 45 से भी अधिक देशों में अपना कार्यक्रम दे चुके अंतर्राष्ट्रीय लोक कलाकार संजय कुमार, अलका दुलारी जैन कर्मयोगी ने कठपुतली के माध्यम से गणेश वंदना करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

जानी-मानी गायिका-गायिका लता मंगेशकर और किशोर कुमार की आवाज में गाने वाले गायक कलाकार किशन मुद्गल ने अपने गीत प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक ओमप्रकाश तोषनीवाल,विशिष्ट अतिथि समाजसेवी वरिष्ठ कांग्रेसी अरुण भार्गव ने सभी को पुरस्कार देकर उत्साहवर्धन किया। अंतरराष्ट्रीय लोक कलाकार पूनम काबरा,भावना राव कोमल राजपूत ने राजस्थानी गीत प्रस्तुत कर बच्चों का मनोरंजन किया।

महोत्सव का समापन 121 गरीब महिलाओं को साड़ी वितरण के साथ किया गया। प्रत्येक महिला को संस्थान की संयोजिका अलका दुलारी जैन कर्मयोगी ने सुहाग-चूड़ा शृंगार सामग्री एवं ढाई सौ ग्राम तिल्ली के लड्डू का वितरण किया। इस अवसर पर संस्थापक अध्यक्ष राजाराम जैन कर्मयोगी ने सभी महिलाओं को तिल्ली के लड्डू खिलाकर मुंह मीठा करवाया।

Related Articles

Back to top button