एमनेस्टी स्कीम से निस्तारित होंगे रॉयल्टी के मामले-भाया
जयपुर 23 सितम्बर : राजस्थान के खान मंत्री प्रमोद भाया ने आज विधानसभा में कहा कि वर्तमान में रॉयल्टी प्रकरणों का निस्तारण नई एमनेस्टी स्कीम के तहत किया जायेगा।
श्री भाया ने प्रश्नकाल में विधायकों के पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि विभाग द्वारा नियमित रूप से एमनेस्टी स्कीम के माध्यम से रॉयल्टी वसूली संबंधित मामलों का निस्तारण किया जाता है और रॉयल्टी के बहुत से प्रकरणों में व्यक्ति के नाम पर संपत्ति नहीं होने अथवा पारिवारिक बंटवारे की संपत्ति होने के कारण नीलामी संभव नहीं होने के कारण वसूली नहीं हो पाती है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में 19 प्रकरण ऎसे हैं, जिन पर स्थगन है उनसे 32 करोड़ रुपये की राशि अपेक्षित है। उन्होंने बताया कि भू- राजस्व अधिनियम- 1956 के तहत वसूली की प्रक्रिया की जाती है। उन्होंने बताया कि हिन्दुस्तान जिंक के रॉयल्टी के कुल सात प्रकरण हैं। इनमें से पांच प्रकरणों में न्यायालय का स्थगन है, जिसमें एक हजार 426 करोड़ रुपये की वसूली बकाया है। उन्होंने कहा कि 2 प्रकरण केन्द्र सरकार के ट्रिब्यूनल में स्थगन में है, जिनमें 4.16 करोड़ रुपये की राशि है। उन्होंने कहा राज्य सरकार की ओर से इन प्रकरणों के शीघ्र निस्तारण का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
इससे पहले श्री भाया ने विधायक रफीक खान के मूल प्रश्न के जवाब में बताया कि वर्ष 2019-20, 2020-21, 2021-22 तथा 2022-23 (अगस्त, 2022 तक) में रॉयल्टीं से सरकार को रुपये 27546.73 करोड़ की आय प्राप्त हुई जिसमें प्रधान व अप्रधान खनिजों की रॉयल्टी रुपये 15851.76 करोड़़ तथा क्रूड ऑयल व प्राकृतिक गैस की रॉयल्टी रूपये 11694.97 करोड़ है। उन्होंने कहा कि उक्त अवधि में हिन्दुरस्तान जिंक लिमिटेड से रूपये 7826.49 करोड़ की रॉयल्टी प्राप्त हुई है।
उन्होंने बताया कि रॉयल्टी से संबंधित कई मामले विभिन्न न्यायालयों में लंबित हैं। उन्होंने इन मामलों के निस्तांरण के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के विवरण सहित सूची सदन के पटल पर रखी। उन्होंने बताया कि राज्य में सबसे ज्यादा रॉयल्टी का भुगतान ऑयल एण्डस नेचूरल गैस कॉर्पाेरेशन लिमिटेड द्वारा किया गया है जो प्रदेश को रॉयल्टी से होने वाली आय का लगभग 42.25 प्रतिशत है। गत पांच वर्षों (2017-18 से 2021-22 व 2022-23 (अगस्त, 2022 तक) में प्रधान खनिज से रूपये 16424.99 करोड़, अप्रधान खनिज से रुपये 7822.50 करोड़ तथा क्रूड़ ऑयल व प्राकृतिक गैस से रूपये 18157.27 करोड़ की आय प्राप्त् हुई है। उन्होंने उक्तानुसार खनिजों से प्राप्त आय में प्रधान खनिजों की आय अप्रधान खनिजों से अधिक है।